UP Board 12th Result से महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए मचेगी मारामारी, एक सीट पर होंगे तीन दावेदार
UP Board 12th Result Analysis माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र बोर्ड का परिणाम आने से महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए मारामारी रहेगी। 12वीं में 30830 छात्र-छात्राएं दसवीं में उत्तीर्ण हुए हैं और शहर के मुख्य पांच महाविद्यालय हैं। जिले में 12 हजार सीट स्नातक प्रथम वर्ष में हैं।
By Samanvay PandeyEdited By: Updated: Sun, 19 Jun 2022 08:22 AM (IST)
मुरादाबाद, जेएनएन। UP Board 12th Result Analysis : माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र बोर्ड का परिणाम आने से महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए मारामारी रहेगी। 12वीं में 30830 छात्र-छात्राएं दसवीं में उत्तीर्ण हुए हैं और शहर के मुख्य पांच महाविद्यालय हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के मिलाकर करीब जिले में 12 हजार सीट स्नातक प्रथम वर्ष में हैं। इन पांच में ही प्रवेश को सबसे ज्यादा दबाव रहता है। इन कालेज में एक सीट पर तीन दावेदार हैं।
मंडल में सबसे ज्यादा हिंदू कालेज में प्रवेश को लेकर मारामारी रहेगी। अपने जिले के अलावा दूसरे जिले के छात्र भी स्नातक में यहां प्रवेश लेते हैं। जिससे इस कालेज में सीट से चार गुना अधिक आवेदन होते हैं। हिंदू कालेज में करीब 3500 सीट हैं। बीए में करीब 1400 सीट हैं। इसमें सबसे प्रवेश पाने वालों की सबसे ज्यादा मारामारी रहती है। केजीके कालेज में भी करीब 2000 सीट बीए, बीएससी गणित व बायो वर्ग में हैं। यहां भी प्रवेश के लिए मारामारी रहेगी।
दयानंद डिग्री कालेज में करीब 650 सीट हैं। महाराजा हरिश्चंद्र डिग्री कालेज में 400 सीट बीए में हैं। गोकुलदास हिंदू गर्ल्स डिग्री कालेज में करीब 600 सीट हैं। जिले में करीब 50 महाविद्यालय हैं। इस बार विश्वविद्यालय स्तर से कालेज का आवंटन होना है। इससे इन कालेजों में प्रवेश का दबाव घटेगा या बढ़ेगा यह प्रवेश के समय ही पता चलेगा। लेकिन, 12वीं के परिणाम को देखते हुए दबाव बढ़ना लाजमी हैं। हिंदू कालेज के प्राचार्य डा.सत्यव्रत सिंह रावत ने बताया कि स्नातक प्रथम वर्ष में जितनी सीट हैं, उनमें मेरिट के हिसाब से प्रवेश होंगे।
माधव ने सेल्फ स्टडी करके पाई सफलता : हाईस्कूल के परिणाम में नगर के माधव सिंह जिले की टाप-10 सूची में दूसरे स्थान पर रहे। वह अपने अंकों से संतुष्ट हैं। अब 12वीं की पढ़ाई भी मन लगाकर करेंगे। महर्षि दयानंद इंटर कालेज पट्टी मौढा कांठ के माधव सिंह के पिता उदयवीर सिंह शिक्षक हैं। जिससे पढ़ाई का माहौल घर में बना हुआ था। क्रिकेट खेलना इनकी शौक है। माधव सिंह का कहना है कि वह प्रशासनिक सेवा में जाएंगे। लेकिन, इससे पहले 12वीं की पढ़ाई मन लगाकर करेंगे। सेल्फ स्टडी को माधव सिंह सफलता की कुंजी बताते हैं। उन्होंने पांच से छह घंटे सेल्फ स्टडी की।
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