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जल संरक्षण के लिए अनोखी मुहिम, तालाबों में करा दिए बोरिंग

Water conservation in Rampur तालाबों के पास भू जल स्तर मापने के यंत्र लगवाए हैं। इनके जरिये पता चला है कि वाटर लेबिल पांच से छह फीट तक बढ़ा है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 02:10 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 02:10 PM (IST)
जल संरक्षण के लिए अनोखी मुहिम, तालाबों में करा दिए बोरिंग
जल संरक्षण के लिए अनोखी मुहिम, तालाबों में करा दिए बोरिंग

रामपुर (रामपुर)। जल संरक्षण के लिए रामपुर में एक अनोखी मुहिम चल रही है। इसके तहत तालाबों का जीर्णोद्धार कराने के साथ ही उनमें बोरिग कराए गए हैं। बारिश से तालाब भर जाते हैं तो उनका पानी बोरिग के जरिये भूगर्भ में चला जाता है। इससे जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिन गांव में पिछले साल बोरिग कराए गए थे, उनमें पांच फीट जल स्तर बढ़ गया है।

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दैनिक जागरण ने चार साल पहले सरोवर हमारी धरोहर अभियान चलाया था, जिसका असर नजर आने लगा है। इस अभियान से प्रेरित होकर रेडिको खेतान ने वाटर रिचार्जिंग के लिए तालाबों में बोरिग कराने की मुहिम शुरू की। तब से अब तक 136 बोरिग कराए जा चुके हैं। बोरिग का फाउंडेशन भी बनाया जाता है, जो तालाब की सतह से पांच फीट ऊंचा होता है। इस तरह तालाब में पांच फीट पानी भरा रहता है और जब इससे ज्यादा होता है तो बोरिग के जरिये जमीन में चला जाता है। इस साल भी 40 बोरिग कराए हैं। महमूदपुर गांव के तालाब में पांच बोरिग हुए हैं। जिन गांवों के तालाबों में बोरिग हुए हैं, उन गांवों में पिछले तीन सालों में वाटर लेबिल भी ऊपर आ गया है। पहले जहां जल स्तर 25 फीट था, वहां 20 फीट पर आ गया है। मढैयान बल्लू गांव के तालाब में चार साल पहले बोरिग हुए थे। गांव के प्रधान अकरम अली कहते हैं कि उनके गांव में पिछले तीन साल में पांच फीट जल स्तर बढ़ा है। अब 20 फीट पर है, जबकि पहले 25 फीट पर था। बोरिग मैकेनिक जाकिर अली कहते हैं कि चमरौआ ब्लाक के कई गांवों में वाटर लेबिल पांच फीट तक बढ़ा है। रेडिको खेतान के इंजीनियर विकास सक्सेना तालाबों में बोरिग कराने की मुहिम की देखरेख में लगे हैं। 

फैक्ट्री में भी रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम

रेडिको खेतान के डायरेक्टर केपी सिंह का कहना है कि गिरता जल स्तर एक गम्भीर समस्या है। इसे गंभीरता से लेते हुए हमने फैक्ट्री परिसर में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम की स्थापना की है। फैक्ट्री में 29 रेन वाटर रिचार्जिंग सिस्टम कार्यरत हैं। इस कारण जल स्तर ऊपर उठा है। फैक्ट्री परिसर में वर्ष 2017 में भूगर्भ जल स्तर 20.6 फीट था जो वाटर रिचार्जिंग के फलस्वरुप अब 16.6 ़फीट पर है। लगभग चार फीट जल स्तर का बढ़ना यह दर्शाता है कि रेन वाटर हॉर्वेस्टिग सिस्टम से जल स्तर ऊपर उठ रहा है। 


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