मुलायम के गढ़ गुन्नौर में दो फाड़ हुई सपा, अलग- अलग सौंपे ज्ञापन Moradabad News
सम्भल जेएनएन। कभी मुलायम सिंह यादव का गढ़ रही गुन्नौर में समाजवादी पार्टी बिखराव की ओर है। विधायक के बाद सांसद पद गंवाने के बावजूद सपाई सबक नहीं ले रहे हैं।
सम्भल, जेएनएन। कभी मुलायम सिंह यादव का गढ़ रही गुन्नौर में समाजवादी पार्टी बिखराव की ओर है। विधायक के बाद सांसद पद गंवाने के बावजूद सपाई सबक नहीं ले रहे हैं।
एक गुट का राम खिलाड़ी तो दूसरे गुट का प्रदीप गुड्डू ने नेतृत्व किया
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर गुन्नौर तहसील पर सपा का धरना- प्रदर्शन हुआ। प्रदेश सरकार की नीतियों के विरोध में राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। एक गुट का पूर्व विधायक राम खिलाड़ी द्वारा नेतृत्व किया गया। वहीं दूसरे गुट का पूर्व मंत्री प्रदीप कुमार यादव उर्फ गुड्डू द्वारा नेतृत्व किया गया। दोनों ही गुटों ने अलग-अलग धरना प्रदर्शन किया और अलग अलग ही ज्ञापन सौंपा।
दोनों गुटों के बीच चल रही आंतरिक कलह उभर कर सामने आई
ऐसे में दोनों गुटों के बीच चल रही आंतरिक कलह उभर कर सामने आई। धरने को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री प्रदीप यादव ने कहा कि पूरे प्रदेश में खाद पानी बिजली की समस्या है। सपा पार्टी इसका पुरजोर विरोध करती है। पूर्व विधायक राजेश यादव ने कहा कि खाद के लिये लम्बी कतारें लगी हुई हैं। सरकारी अस्पतालों में दवा भी उपलब्ध नहीं है। सपा छात्र सभा जिलाध्यक्ष अमित यादव ने कहा कि पूरे देश में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। बेटियां घरों से निकलने से डर रहीं हैं। मंहगाई पर सरकार का नियंत्रण नहीं है।
धरने में यह- यह रहे मौजूद
इस मौके पर लड्डन मियां, अमित यादव, राजीव यादव, नाजिम अली, वीर सिंह, सुमित यादव, सोनू गोयल, अनूप कुमार, अमरीश यादव, मेघ सिंह, मुकेश यादव, वीरलाल यादव, राजेश यादव, शशिकांत वाष्र्णेय, पूर्व विधायक रामखिलाड़ी सिंह यादव, अखिलेश यादव आदि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री रहते मुलायम सिंह ने जीता था विधानसभा का चुनाव
उल्लेखनीय है कि गुन्नौर कभी मुलायम सिंह यादव का गढ़ रहा था। एक बार मुख्यमंत्री रहते उन्होंने यहीं से विधानसभा का चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीते। वहीं यह क्षेत्र बदायूं संसदीय क्षेत्र में आता है। दो बार मुलायम सिंह यादव के भतीजे धर्मेंद्र यादव यहां से सांसद रह चुके हैं। बीते विस, लोस चुनाव के परिणाम सपा के माफिक नहीं रहे।