हादसे रोकने के लिए रूस की तर्ज पर दौड़ेंगी भारतीय टॅेनें
हादसे रोकने के लिए भारतीय रेलवे ने रूस के साथ करार किया है। देश में भी रूस की तर्ज पर ट्रेनें चलेंगी।रूस के विशेषज्ञ हमारे कर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे और जरूरी उपकरण भी देंगे।
मुरादाबाद(प्रदीप चौरसिया)। भारत में भी रूस की तर्ज पर ट्रेनें चलेंगी। रेल प्रबंधन सुरक्षित और समय से ट्रेनें चलाने के लिए रूस से सहयोग लेगा। वहा के प्रशिक्षक रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों को ट्रेनिंग देंगे। इसके अलावा यात्रियों को बेहतर सुविधाएं भी मिलेगी।भारतीय रेलवे अपनी स्थिति में सुधार करने के लिए रूसी रेल से लेगा सहयोग रूस भारत का सबसे अच्छा दोस्त है, कई मामले में भारत का समर्थन भी करता रहा है।
कर्मचारियों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
रूस अब भारतीय रेल को समय से चलाने, ट्रेन दुर्घटना कम करने, यात्री सुविधा में सुधार करने में भी सहयोग करने वाला है। भारतीय रेल अपनी स्थिति में सुधार के प्रयास कर रहा है, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली है। ट्रेन दुर्घटनाएं रुक नहीं रही हैं। यात्रियों की सुविधा में भी सुधार नहीं हो पा रहा है। जबकि इस मामले में रशियन रेलवे काफी आगे हैं। इसको देखते हुए भारतीय रेलवे अपनी स्थिति में सुधार करने के लिए रूसी रेल से सहयोग लेने जा रहा है। इसमें रेलवे अधिकारियों और कर्मचरियों को प्रशिक्षण देने के साथ तकनीक में सुधार करना भी बताया जाएगा।
सुरक्षित ट्रेन संचालन का बनाएंगे खाका
रूस के प्रशिक्षक भारतीय रेलवे के अधिकारियों व कर्मियों को देंगे ट्रेनिंग इस योजना के तहत रूसी परिवहन विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय रेल परिवहन संस्थान मिलकर प्रशिक्षण देने की योजना तैयार कर रहे हैं। इसमें रूसी रेलवे के प्रशिक्षक सुरक्षित ट्रेनों को चलाने के बारे में भारतीय रेल के अधिकारियों व कर्मियों को जानकारी देंगे। कोहरे या सामान्य मौसम में कैसे ट्रेन चलाई जा सकती है, किस बात पर ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए इसकी जानकारी देंगे। यात्रियों के साथ कैसे व्यवहार किया जाना चाहिए। इसकी भी जानकारी देंगे।
जरूरी उपकरण भी उपलब्ध कराएगा रूस
रूसी रेल आधुनिक उपकरण भी उपलब्ध कराएगा। भारतीय रेलवे की लंबी परियोजनाओं को समय से पूरा करने में सहयोग करेगा। इसमें ऋषिकेश-कर्ण प्रयाग समेत कई नई रेल लाइन योजना भी शामिल हैं। मॉडल रेल टर्मिनल बनाने और विकास करने में सहयोग करेगा। इसमें रेलवे के क्षेत्रीय रेल ट्रेनिंग कालेज का सुधार किया जाना प्रस्तावित है। इसके तहत क्षेत्रीय रेल ट्रेनिंग कालेज चन्दौसी का भी विकास होगा। मंडल रेल प्रबंधक अजय कुमार सिंघल ने बताया कि रेलवे लगातार ट्रेनिंग के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को विदेश भेज रहा है। रूस की सहमति के बाद प्रशिक्षण लेने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को विदेश जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। रेलवे का विकास भी होगा।