मुरादाबाद में 22 एकड़ भूमि पर बनेगा प्रशिक्षण केंद्र, गन्ना किसानों को होगा फायदा Moradabad News
केंद्र के लिए 22.5 एकड़ भूमि की खरीद की जाएगी। कार्यालय का होगा निर्माण। हास्टल में प्रशिक्षक किसानों को प्रशिक्षण देंगे।
मुरादाबाद(आशुतोष मिश्र)। प्रस्तावति गन्ना किसान प्रशिक्षण केंद्र गन्ने की खेती को परवाज देगा। राज्य सरकार ने इस कार्य के लिए बजट में दस करोड़ रुपये का प्राविधान कर दिया है। जबकि विभाग ने इसके लिए बिलारी कस्बा के नजदीक भूमि की खोज पूरी कर ली है। यह केंद्र साढ़े बाइस एकड़ भू-भाग पर बनेगा।
किसान होंगे लाभान्वित
राज्य सरकार का मानना है कि केंद्र के बनने से मुरादाबाद और बरेली मंडल के गन्ना किसान लाभांवित होंगे। गन्ने की खेती के नए टिप्स आसानी से मिलेंगे। प्रशिक्षित किसान लाभकारी और कम मेहनत में अधिक मुद्रादायिनी फसल का उत्पादन कर पाएंगे। उच्च पदस्त सूत्रों का कहना है कि गन्ना किसान प्रशिक्षण केंद्र अति-आधुनिक होगा। इसमें किसानों को फसल में खाद पानी के प्रबंधन, बोआई, निराई, कटाई और रोग के रोकथाम की ट्रेनिंग दी जाएगी। मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, संभल, बिजनौर के साथ बरेली, कासगंज, बदायूं, मथुरा और अलीगढ़ के किसान इस केंद्र से जुड़ेंगे। केंद्र में गन्ने के शोध और विकास केंद्रित प्रयास होंगे। खेती के नए प्रयोग और बेहतर उत्पादन के तौर तरीके गन्ना किसानों को बताने के लिण् वर्कशाप होंगे।
फसल चक्र को असरदार बनाने की योजना
सरकार ने वेस्ट की प्रमुख फसल के चक्र को और असरदार बनाने की योजना बनाई है। सरकार ने बीते साल जुलाई माह में गन्ना किसान संस्थान की कार्यकारिणी गठित की थी।
मानसरोवर कालोनी में है दफ्तर
करीब सात माह पहले शहर के मानसरोवर कालोनी में गन्ना विकास संस्थान का कार्यालय खोला गया। 11 लोगों का स्टाफ है। विभाग में सहायक निदेशक, कृषि विशेषज्ञ, प्रशिक्षक और लिपिक हैं। गन्ना किसानों को खेती के गुर सिखाने के लिए विभाग की ओर से गोष्ठी आयोजित की जा रही हैं। इस कार्य में मिल प्रबंधन और कृषि विभाग का साझा योगदान है।
फंड से कार्यालय के लिए भूमि की खरीद की जाएगी। इसके लिए बिलारी के नजदीक 22.5 एकड़ भूमि चिह्नित की गई है। अगले साल कार्यालय भवन बनेगा और किसान प्रशिक्षण के संसाधन मुहैया कराए जाएंगे।
- मनोज श्रीवास्तव, सहायक निदेशक (गन्ना किसान संस्थान)