इस जिले में है वक्फ संपत्ति को लेकर विवाद, विधायक के दोस्त जा चुके हैं जेल Rampur News
वक्फ संपत्ति को लेकर रामपुर में भी विवाद है। यहां शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी और सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जफर फारूकी के खिलाफ मुकदमें दर्ज हो चुके हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन : रामपुर में जौहर यूनिवर्सिटी रोड पर घोसियान यतीमखाना बस्ती की जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इस जमीन को रामपुर के नवाब ने यतीमखाने के लिए वक्फ किया था। इस जगह पर घोसी बिरादरी के लोग रहते थे, लेकिन सपा शासनकाल में पुलिस प्रशासन ने उन्हे हटा दिया था। इसके बाद यहां रामपुर पब्लिक स्कूल का निर्माण कराया गया। इस स्कूल को जौहर ट्रस्ट बनवा रही है, जिसके अध्यक्ष सांसद आजम खां हैं। इस जमीन पर पहले जो लोग रहते थे उन्होने आजम खां और उनके समर्थकों पर हत्या, हत्या का परयास, लूट, चोरी आदि के आरोप में 12 मुकदमे कराए हैं। हत्या का आरोप केवल दो मुकदमों लगा है। इन लोगों का आरोप है कि उन्हे जबरन घरों से निकाला गया और उनके घरों पर बुल्डोजर चलाया गया। इनमें एक मुकदमा नसीमा खातून ने भी शहर कोतवाली में कराया है, जिसमें कहा कि 15 अक्टूबर 2016 की सुबह 4.30 बजे सीओ सिटी आले हसन खां, जफर फारूकी, वसीम रिजवी, आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू, एसओजी के सिपाही धर्मेंद्र, इस्लाम ठेकेदार और सालिम उसके घर पहुंचे और मारपीट शुरू कर दी। कहा कि फौरन घर खाली कर दो। यहां आजम खां का स्कूल बनना है। उन्होंने ही हमें भेजा है। हमने विरोध किया तो मारपीट कर घर से निकाल दिया। सारा सामान तहस-नहस कर दिया। घर पर बुलडोजर चलवा दिया। घर में रखे सोने-चांदी के जेवर तीन भैंस, एक गाय, एक बछड़ा और चार बकरी खोल कर ले गए। बोले ये भैंस, गाय और बकरी आजम खां की गौशाला में देंगे। उनके पति बाबू अली के साथ भी मारपीट की, जिससे वह घायल हो गए और चंद दिनों बाद उनकी मौत हो गई। पुलिस ने गैर इरादतन हत्या, चोरी, लूटपाट, मकान तोडऩे आदि के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इस मामले में विधायक अब्दुल्ला के दोस्त सालिम को पुलिस जेल भेज चुकी है।