छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी नहीं काटा जा सका नवाब खानदान का स्ट्रांगरूम, आज फिर शुरू होंगे खोलने के प्रयास Rampur news
इस स्ट्रांग रूम को खोलने के लिए एक सप्ताह पहले भी प्रयास किए गए थे लेकिन खुल नहीं सका था।
By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 07 Feb 2020 09:30 AM (IST)Updated: Fri, 07 Feb 2020 09:30 AM (IST)
रामपुर, जेएनएन। नवाब खानदान का स्ट्रांगरूम दिनभर की मशक्कत के बाद भी नहीं खुल सका। यह वही स्ट्रांगरूम है, जिसमें नवाब खानदान के हीरे और जवाहरात रखे हैं। इसे खोलने के लिए आज फिर प्रयास किए जाएंगे।
नवाब खानदान की संपत्ति के बंटवारे की प्रक्रिया चल रही है। इसी के तहत कोठी खासबाग में भी सर्वे और मूल्यांकन का काम चल रहा है। गुरुवार को एडवोकेट कमिश्नर मुजम्मिल हुसैन व सौरभ सक्सेना ने स्ट्रांगरूम खोलने का प्रयास शुरू कराया। चाबियां न होने पर स्ट्रांगरूम काटने के लिए गैस कटर की व्यवस्था की गई, लेकिन कटर भी इस लोहे के कमरे को काट नहीं सका। शाम तक कोशिश नाकाम रही। केवल 16 एमएम ही कट सका। एडवोकेट कमिश्नर सौरभ सक्सेना ने बताया कि स्ट्रांगरूम काटने के लिए दोबारा प्रयास किया जाएगा।
इस मौके पर पूर्व सांसद बेगम नूरबानो, पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां, मुराद मियां, निगहत बी, एडवोकेट कमिश्नर अरुण प्रकाश सक्सेना, वरिष्ठ अधिवक्ता हर्ष गुप्ता, संदीप सक्सेना, सुयश गुप्ता, पूर्व मंत्री के पीआरओ काशिफ खां, शबाब हुसैन, शकेब अब्बास भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि कोठी कासबाग के इसी स्ट्रांग रूम में 1980 में देश की सबसे बड़ी चोरी हुई थी। साठ किलो सोना भी चोरी हो गया था। तब इसकी जांच पड़ताल कर रही सीआइडी ने इसे सील करा दिया था।
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