अमरोहा के लिए खूनी बन गया अगस्त का महीना, 29 दिन में 17 लोगों की हो चुकीं हत्याएं
अमरोहा जिले के लिए अगस्त का महीना अपराधों भरा रहा। तीनों सर्किल में बढ़ी लूट चोरी और हत्या की वारदातें। लगाम लगाने पर पुलिस हो रही नाकाम।
अमरोहा (आसिफ अली)। माह अगस्त अमरोहा के लिए खूनी साबित हुआ है। सिर्फ 29 दिन में 17 लोगों की हत्या हुई है। यह आंकड़ा हैरान करने वाला है। कहीं रिश्तों का खून हुआ तो कहीं जान लेने की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। अधिकांश मामलों का पर्दाफाश नहीं हो सका है। केवल हत्या ही नहीं बल्कि बदमाशों ने लूट व चोरी की वारदातों को अंजाम देकर पुलिस के इकबाल को खुली चुनौती दी है। हालांकि इस दौरान पुलिस एक बदमाश को मुठभेड़ में घायल कर चुकी है। बावजूद इसके अपराध का ग्राफ कम होने के बजाए बढ़ता गया है।
जिले में बेहतर पुलिसिंग की पोल बढ़ते अपराध से खुल रही है। पारिवारिक हत्याओं को छोड़ें तो अभी 17 में सात घटनाएं पुलिस को परेशान कर रही हैं। यानि उनका पर्दाफाश होना बाकी है। केवल हत्या ही नहीं बल्कि जिले में लूट व चोरी की 11 बड़ी वारदात हो चुकी हैं। इनमें से अधिकांश का पर्दाफाश पुलिस नहीं कर सकी है। चोरी की छुटपुट घटनाएं अलग रहीं। कुल मिलाकर माह अगस्त में बढ़े अपराध के ग्राफ ने जिले की पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
माह अगस्त में हत्या की वारदात
1 अगस्त--देहात थाना क्षेत्र के गांव बिकनी में छात्र वरुण की हत्या। (पर्दाफाश)। 2 अगस्त--मंडी धनौरा के गांव पेली में बनवारी लाल की गला घोट कर हत्या। गजरौला में रोहतक के केंटर चालक की हत्या। (पर्दाफाश)। 3 अगस्त--नगर कोतवाली क्षेत्र के वासुदेव क्षेत्र में मिला अज्ञात शव। 4 अगस्त-देहात थाना क्षेत्र के गांव नालू नंगला में पत्नी की गोली मारकर हत्या। 11 अगस्त--बछरायूं में जहर देकर विवाहिता की हत्या। 12 अगस्त-आदमपुर के गांवन दढ़ियाल में पति द्वारा पत्नी की हत्या। 15 अगस्त-आदमपुर के गांव पौरारा में सगे भाई की हत्या। 18 अगस्त-नगर कोतवाली के टीपीनगर चौराहा पर अज्ञात शव मिला। मंडी धनौरा के गांव कंजर बसेड़ा में महिला की हत्या।(पर्दाफाश)21 अगस्त--हसनपुर के गांव बावनखेड़ी में युवक की हत्या। 22 अगस्त-हत्या कर युवक का शव रामगंगा पोषक नगर में फेंका। 24 अगस्त-देहात थाना क्षेत्र के गांव धनौरी अहीर के जंगल में हत्या कर शव फेंका। 25 अगस्त-नगर कोतवाली के मुहल्ला वासुदेव कालोनी में विवाहिता की हत्या। गजरौला के गांव कुदेना में गाजियाबाद के ऑटो चालक अनमोल की हत्या। 26 अगस्त-हसनपुर के गांव मछरिया में इरम की हत्या। (पर्दाफाश) 27 अगस्त-हसनपुर के गांव सोहरका में युवक की हत्या।
माह अगस्त में लूट व चोरी की घटनाएं
7 अगस्त--दवाई कारोबारी के मुंशी से लूट। (पर्दाफाश)। गजरौला के मुहल्ला बसंत विहार में युवती का मोबाइल लूटा। 11 अगस्त--देहात थाना क्षेत्र के गांव कोठी खिदमतपुर में सात लाख की चोरी। 12 अगस्त-देहात थाना क्षेत्र में झोलाछाप पंकज विश्वास का अपहरण। (पर्दाफाश)। सैदनगली के उझारी निवासी शफीक सैफी तथा लखपत सिंह के घर से करीब 10 लाख की लूट। 15 अगस्त-आदमपुर के गांव चकफेरी निवासी दीपक सिंह के घर से चार लाख की लूट। 17 अगस्त-नौगावां सादात के गांव रजाकपुर में 10 लाख की चोरी। 18 अगस्त-हसनपुर विधायक राजीव तरारा के भाई संजीव कुमार के पेट्रोल पंप पर मारपीट के दौरान गार्ड पर गोली मारी। 19 अगस्त-डिडौली के गांव मूंढ़ा इम्मा में पांच लाख की चोरी। 26 अगस्त -गजरौला में हाईवे पर मोहम्मदाबाद में युवक से बाइक लूटी।-आदमपुर के गांव भावली निवासी रिंकू सिंह से 3000 की नकदी तथा मोबाइल लूटा।
पुरानी वारदातें भी हैं अनसुलझी
केवल माह अगस्त ही नहीं बल्कि पूर्व में भी हत्या व लूट की कई ऐसी वारदात हैं जो अभी तक पुलिस के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं। इनमें नौगावां सादात के कमालपुर में नौकर इंद्र सिंह की हत्या का पर्दाफाश नहीं हो सका है। गांव गुलड़िया में ग्राम प्रधान के घर से लगभग 25 लाख रुपये की चोरी का पर्दाफाश नहीं हो सका है। इसके अलावा गजरौला में हाईवे पर गल्ला व्यापारी से दिनदहाड़े एक लाख 60 हजार रुपये की लूट तथा देहात थाना क्षेत्र के गांव रामनगर में चार घरों से लगभग 50 लाख रुपये की लूट की घटना का पर्दाफाश आज तक नहीं हो सका है। इतना ही नहीं देहात थाना क्षेत्र में तत्कालीन थानाध्यक्ष व तीन अन्य पुलिस अफसरों के घर से लगभग 20 लाख रुपये की चोरी का भी पर्दाफाश नहीं हो सका है। हसनपुर के गांव पिपलौती कलां में अबरार के घर से लाखों रुपये की लूट की वारदात की पहेली भी अनसुलझी है।
जिले में हुई लूट व हत्या की वारदातों में पुलिस अधिकांश का पर्दाफाश कर चुकी है। हत्या की अधिकांश वारदात पारिवारिक कारणों के चलते हुई थीं। देहात व गजरौला थाना क्षेत्र की दो वारदातों के संबंध में दूसरे जनपद की पुलिस जांच करेगी। लूट की वारदातों का पर्दाफाश करने में पुलिस टीम काम कर रही हैं। जल्दी ही उनका भी पर्दाफाश किया जाएगा।
अजय प्रताप सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक।