हरदोई में हादसा होने से बीस घंटे देरी से चलीं ट्रेनें, चार निरस्त
हरदोई के पास ट्रेन हादसा होने से रेल संचालन चरमरा गया है। ट्रेने घंटों लेट चलने के साथ चार को निरस्त भी करना पड़ा है। कई ट्रेनों के मार्ग परिवर्तित भी किया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। हरदोई के पास मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने का असर सोमवार को भी दिखाई दिया। इसकी वजह से चार ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया वहीं 12 से अधिक ट्रेनें 20 घंटे की देरी से मुरादाबाद पहुंची। इससे यात्रियों को परेशान होना पड़ा। हादसे के बाद शनिवार रात से सोमवार सुबह 10 बजे तक ट्रेनों को बदले मार्ग से चलाया गया जिससे ट्रेनें लगातार देरी से चल रहीं हैं।कोच के अभाव से सोमवार को भी चार ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया। अमृतसर जाने वाली डुप्लीकेट पंजाब मेल, वाराणसी गरीब रथ, सहारनपुर जाने वाली नौचंदी एक्सप्रेस और वाराणसी एसी एक्सप्रेस शामिल हैं। कोच के अभाव में 26 दिसंबर को हावड़ा जाने वाली दून एक्सप्रेस को भी निरस्त कर दिया गया है।
यह ट्रेनें चली विलंब से
करीब 24 से अधिक ट्रेनें घंटों की देरी से चलने वाली ट्रेनों में बेगमपुरा एक्सप्रेस 17 घंटे, सुहेलदेव एक्सप्रेस 20 घंटे, दून एक्सप्रेस 17 घंटे, किसान एक्सप्रेस, 15 घंटे, कोलकाता एक्सप्रेस छह घंटे, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस 12 घंटे, हिमगिरी एक्सप्रेस 11 घंटे आदि हैं। दुर्घटना के कारण तीन दिन में डेढ़ सौ से अधिक ट्रेनों को बदले मार्ग से चलाया गया। इसकी वजह से 50 से अधिक ट्रेनें मुरादाबाद आई ही नहीं। इसके अलावा सौ ट्रेनें सीतापुर, अलीगढ़ से होकर मुरादाबाद पहुंची। वहीं करीब 40 ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया।
यात्रियों ने बयां किया दर्द
यात्री राम ने बताया कि अकाल तख्त एक्सप्रेस से अंबाला जाना था। सुबह से ट्रेन का इंतजार करते रहे। शाम को ट्रेन मुरादाबाद आयी। काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इकराम का कहना है कि दून एक्सप्रेस से फैजाबाद जाना था। रविवार की बजाय सोमवार की शाम को ट्रेन मुरादाबाद पहुंची। ट्रेन कब आएगी इसकी सही जानकारी नहीं मिल पा रही थी। मनीष बोले-ट्रेनें निरस्त होने से सहारनपुर के लिए एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेन नहीं मिल रही थी। दूसरी ट्रेन कब आएगी, इसकी जानकारी पूछताछ कक्ष से नहीं मिल पाई। डीके सिंह ने अपना दर्द बयां किया गरीब रथ एक्सप्रेस से वाराणसी जाना था। पहले देरी से चलने की सूचना दी गई, दोपहर में ट्रेन निरस्त होने का एसएमएस मिला। देरी से आने वाली ट्रेनों में जगह नहीं मिल रही है।