अपंजीकृत चिकित्सकों के खिलाफ विभाग ने चलाया अभियान, कई पर कार्रवाई
Action on unregistered doctors मंडल में झोलाछाप पर कार्रवाई के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इससे अपंजीकृत चिकित्सकों में खलबली मची हुई है। ग्रामीण इलाकों से लगातार इनकी शिकायतें सीएमओ कार्यालय में पहुंच रहीं थीं। इस पर विभाग ने टीम तैयार कर दी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Action on unregistered doctors। मंडल के देहात इलाकों में झोलाछाप सक्रिय हैं। वे मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करते हैं। आए दिन इसकी शिकायतें सामने आती रहती हैं। स्वास्थ्य महकमे की ओर से अभियान चलाकर इन पर कार्रवाई की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने कांठ में झोलाछाप का नर्सिंग होम सील कर दिया है। यह कार्रवाई अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रकाश चंद्र ने जिलाधिकारी कार्यालय में मिली शिकायत के आधार पर की है। यह नर्सिंग होम धामपुर रोड पर है। नर्सिंग होम संचालक के खिलाफ पूर्व में भी मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। वहीं रामपुर में बिना डिग्री चिकित्सा व्यवसाय करने वाले कथित झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने अभियान छेड़ दिया है। ऐसे झोलाछापों के यहां छापे मारकर उनकी दुकानें सील की जा रहींं हैं और उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। अब सिविल लाइंस कोतवाली में एक झोलाछाप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुबोध कुमार ने झोलाछापोंं की धरपकड़ के लिए टीम बनाई है, जिसका नोडल अधिकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राकेश चंद्रा को बनाया है। नोडल अधिकारी ने 23 नवंबर को एक शिकायत पर पंजाबनगर गांव की चौहान मार्केट में एक दुकान पर छापा मारा था। यहां एक व्यक्ति बिना डिग्री और पंजीकरण के चिकित्सा व्यवसाय कर रहा था। नोडल अधिकारी ने उससे चिकित्सा से संबंधित डिग्री और सीएमओ कार्यालय में क्लीनिक के पंजीकरण के दस्तावेज मांगे, जो वह नहीं दिखा सका। इस पर उसका क्लीनिक सील कर दिया था। उसके खिलाफ रिपोर्ट सीएमओ को भेजी। सिविल लाइंस कोतवाल दुर्गा सिंह ने बताया कि तहरीर पर पंजाबनगर गांव निवासी नरेश कुमार सैनी के खिलाफ इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।