मुरादाबाद सिटी कोतवाली में कार्यरत सफाई कर्मी ने खाया जहरीला पदार्थ, हालत गंभीर
Moradabad City Kotwali सिटी कोतवाली में सफाई कर्मी के रूप में तैनात एक युवक ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। तबीयत बिगड़ते ही उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। युवक की हालत अभी भी गंभीर है।
मुरादाबाद, जेएनएन। सिटी कोतवाली में सफाई कर्मी के रूप में तैनात एक युवक ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। तबीयत बिगड़ते ही उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। युवक की हालत अभी भी गंभीर है। नागफनी थानाक्षेत्र में दौलतबाग का रहने वाला महेश सिटी कोतवाली में सफाई कर्मी का काम करता है। युवक कोतवाली परिसर की सफाई करने गया। करीब नौ बजे महेश ने एक सिपाही को बताया कि उसने चूहेमार दवा खा ली है। इतना सुनते ही कोतवाली परिसर में खलबली मच गई। आनन फानन में महेश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की जानकारी महेश के घरवालों को दी गई।
पत्नी राजबाला जिला अस्पताल पहुंची। महेश के मित्र समरपाल सिंह ने बताया कि वह पाकबड़ा थाने में सफाई कर्मी है। थाने की सफाई करने के एवज में 600 रुपये प्रतिमाह मिलता हैं। मार्च 2020 से वह रकम भी नहीं मिल रही। डेढ़ साल पहले थाने की सफाई करने वाले पांच लोगों ने स्थाई नियुक्ति के लिए हाईकोर्ट में अपील की। हाईकोर्ट ने महेश को कोतवाली में स्थाई करने का आदेश दे दिया था। समरपाल के अनुसार हाईकोर्ट के आदेश की प्रति लेकर महेश कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक से मिला। मगर उन्होंने इस आदेश को मानने से इन्कार कर दिया। उनका कहना था कि पुलिस लाइन से लिखवाकर लाओ। तब महेश ने गुस्से में चूहेमार दवा खा ली। हालांकि कोतवाली प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि महेश से उनकी कोई बात नहीं हुई। छानबीन में पता चला कि किसी ने महेश को बता दिया कि उसकी नियुक्ति नहीं हो पाएगी। महेश क्वार्टर की सफाई करने पहुंचा। तभी जहर खाने की बात उसने एक सिपाही को बताई।
सफाईकर्मी द्वारा खुदकुशी के प्रयास की सूचना फिलहाल मुझे नहीं है। वैसे सफाईकर्मी की कोई समस्या है, या नियुक्ति का आदेश कोर्ट ने दिया है तो उसे सक्षम अधिकारी के सामने पेश होना चाहिए। कोतवाली प्रभारी के पास नियुक्ति का कोई अधिकार नहीं है।
इंदू सिद्धार्थ, सीओ कोतवाली।