सीएम योगी का आपत्तिजनक कार्टून बनाया था हन्नान ने, अब अलकायदा से संपर्क का शक
Terrorist organization alqaeda जेल से लौटने के बाद हन्नान ने छोड़ दी थी पढ़ाई। ज्यादातर इंटरनेट पर समय बिताता था। रस्सी बनाने के काम में स्वजनों का हाथ भी बंटाता था।
मुरादाबाद, जेएनएन। खतरनाक आतंकी संगठन अलकायदा के संपर्क में होने के संदेह में मंगलवार लखनऊ एटीएस ने ठाकुरद्वारा से जिस युवक को उठाया था, वह बीते दो वर्ष से खामोश सा हो गया था। जेल से लौटने के बाद से ही हन्नान अंतर्मुखी हो गया। सभी मिलना, जुलना बंद कर दिया था।
ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र के शरीफ नगर निवासी इसरार मजदूरी करता है। वर्षों पहले विदेश से घर लौटने के बाद उसने जीवन यापन के कई दांव आजमाए, पर सफलता नहीं मिली। दवा का कारोबार छोड़कर कुछ दिन पहले तक वह लोगों को विदेश भेजने का काम करता था। दो वर्ष पहले इसरार के जीवन में उस वक्त खलबली मच गई जब उसके बेटे हन्नान को बिजनौर पुलिस ने गिरफ्तार किया। हन्नान पर आरोप था कि उसने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आपत्तिजनक कार्टून बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था। इस आरोप में हन्नान को 40 दिन तक जेल की सलाखों के पीछे रहना पड़ा। जेल से छूटने के बाद हन्नान जब घर लौटा तो उसने खुद को कमरे में कैद कर लिया।
गांव में किसी से नहीं मिलता था
गांव में वह किसी से मिलता भी नहीं था। हन्नान के स्वजनों ने बताया कि युवक महज दसवीं पास है। जेल से छूटने के बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी। हन्नान पूरे दिन मोबाइल में व्यस्त रहता था। इंटरनेट पर कुछ न कुछ करता रहता। इसके अलावा प्लास्टिक की रस्सी बनाने के घरेलू कारोबार में वह अपने स्वजनों का हाथ भी बंटाता था। मंगलवार को एटीएस ने हन्नान को जिस वक्त दबोचा तब वह प्लास्टिक की रस्सी बनाने के काम में जुटा था तब हन्नान के स्वजनों को भी इस बात की भनक नहीं थी कि एटीएस की निगाह युवक पर लगी हुई है। युवक दोबारा कानून की नजर में चढ़ गया है। यही वजह रही की पिता ने अपने पुत्र को एटीएस के सुपुर्द आसानी कर दिया। खतरनाक आतंकी संगठन अलकायदा से हन्नान के तार जुड़े होने के संदेह में समूचे ठाकुरद्वारा क्षेत्र में खलबली मची है।