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आतंक का साया : 31 दिसंबर और गणतंत्र दिवस पर मंडल में अलर्ट जारी

मुरादाबाद : मौलवी सुहेल के पास से हथियार और विस्फोटक पकड़े जाने से मंडल में अलर्ट।

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Dec 2018 07:10 AM (IST)Updated: Thu, 27 Dec 2018 07:10 AM (IST)
आतंक का साया : 31 दिसंबर और गणतंत्र दिवस पर मंडल में अलर्ट जारी
आतंक का साया : 31 दिसंबर और गणतंत्र दिवस पर मंडल में अलर्ट जारी

मुरादाबाद : मौलवी सुहेल के पास से हथियार और विस्फोटक पकड़े जाने से मंडल में खतरे की आशंका जाहिर की गई है। खुफिया विभाग मानकर चल रहा है कि सुहेल का लक्ष्य 31 दिसंबर और गणतंत्र दिवस पर तबाही मचाने का था। सुहेल के रामपुर रोड स्थित एकता कालोनी में तीन दिन तब रहने की सूचना भी सामने आ रही है। ऐसे में मुरादाबाद के रेलवे स्टेशन, मुख्य बाजार और सार्वजनिक स्थानों की सुरक्षा कड़ी करने की प्लानिंग कर ली गई है। आइजी ने हमले की सजाई आशंका एनआइए के आइजी आलोक मित्तल ने आतंकी साजिश में बड़े नेताओं और संस्थाओं पर हमला कराने की मंशा जाहिर की है। उन्होंने का कहा सुहेल विस्फोटक रखकर बड़ी साजिश करने में जुटा था। ऐसे में इस बात से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है कि सुहेल मंडल में भी कोई बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश में तो नहीं था। माना जा रहा है कि 31 दिसंबर और गणतंत्र दिवस में मंडल में भी तबाही मचाने की साजिश थी। इसलिए तीन दिनों तक सुहेल कटघर स्थित एकता कालोनी में भी रूका था। यही कारण है कि आइजी बीके सिंह में मंडल में अलर्ट घोषित कर दिया है। सभी कप्तानों को आदेश दिया है कि खुफिया इकाई अपना दायरा बढ़ा कर आतंकी गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाए। रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस स्टैंड, मॉल और मुख्य बाजार तथा अनेक संस्थाए आतंकियों के निशाने पर हो सकते है। सभी स्थानों की सोमवार से ही चेकिंग शुरू करा दी गई है। बाहरी लोगों का होगा सत्यापन पुलिस जल्द ही बाहरी लोगों को वेरीफिकेशन शुरू करने जा रही है। सभी को आदेश किया जा रहा है कि अनजान को कदापि किराएदार न रखे है। अपने पुराने किराएदारों की कार्यप्रणाली पर भी नजर रखे। साथ ही एलआइयू को भी कप्तान ने अलर्ट कर दिया है। एसएसपी जे रविन्दर गौड ने बताया कि एलआइयू सिर्फ विज्ञप्ति पकड़ने तक ही सीमित न रहे, अपने मूल कार्य को भी गंभीरता से देखे। दो महीना पहले ही अमरोहा शिफ्ट हुआ था सुहैल अमरोहा : आइएसआइएस का यूपी चीफ हाफिज सुहैल दो महीने पहले ही दिल्ली से अमरोहा आकर शिफ्ट हुआ था। यहां पत्नी के साथ रह रहा था। इससे पहले वह कभी-कभार ही अमरोहा आता था। लोगों को उसने बताया था कि वह यहां जैकेट का कारोबार करना चाहता है। उसके भाई यहीं रहते हैं। माता- पिता दिल्ली के जाफराबाद स्थित घर पर रहते हैं। नगर कोतवाली के मुहल्ला मुल्लाना निवासी मुहम्मद हफीज के परिवार में तीन बेटे उबैद, जुनैद व सुहैल हैं। बीस साल पहले हफीज दिल्ली के जाफराबाद में जाकर शिफ्ट हो गए। वहीं पर उन्होंने कारोबार शुरू कर दिया। दो बड़े बेटे उबैद व जुनैद अमरोहा में रहते थे। दिल्ली में केवल हाफिज सुहैल ही उनके साथ रहता था। सालभर पहले उसकी शादी यहीं के मुहल्ला बड़ा दरबार निवासी आफिया बेगम के साथ हुई थी। दो महीना पहले सुहैल व आफिया दिल्ली छोड़ कर अमरोहा आ गए और पैतृक मकान में रहने लगे। लोग बताते हैं सुहैल लोगों से कम ही बात करता था। घर में भाइयों व उनके बच्चों से भी बातचीत कम ही थी। लोग उसे अक्सर जामा मस्जिद में नमाज के समय ही देखते थे। उसकी पत्‍‌नी आफिया भी परिवार के लोगों के साथ कम घुली-मिली थी। मुहल्ले के एक-दो लोगों को उसने बताया था कि वह अमरोहा में जैकेट का कारोबार शुरू करना चाहता है। छह दिन पहले कर ली थी घर की रेकी अमरोहा : आतंकी हाफिज सुहैल पर एनआइए काफी दिन से नजर रखे हुए थी। छह दिन पहले उसके घर की रेकी भी की गई थी। वह कब कहां जाता है, क्या करता है, किस वाहन से चलता है और उसके घर की लोकेशन क्या है? समेत तमाम जानकारी गुरुवार को कर ली गई थीं। इसके लिए पांच सदस्य पालिका कर्मी बनकर उसके घर पहुंचे थे। उन्होंने हाउस और वाटर टैक्स के बारे में बताकर सारे परिवार की जानकारी जुटा ली थी। टीम ने सुहैल से घर के सभी सदस्यों के नाम भी लिखे और पड़ोस की छतों पर चढ़ कर वहां की लोकेशन भी देखी। इसके साथ ही उन्होंने सुहैल की स्कूटर के बारे में भी जानकारी ली। करीब आधा घंटा रुककर वह लोग चले गए थे। पांचों लोगों का आना मुहल्ले में चर्चा का विषय बना तो लोगों ने सभासद फहीम शाहनवाज के माध्यम से पालिका से जानकारी कराई। पता चला कि पालिका से इस संबंध में कोई टीम गई ही नहीं थी। उस समय लोगों ने मामला रफा-दफा कर दिया। बुधवार को सुहैल के पकड़े जाने के बाद लोगों को गुरुवार को हुई पड़ताल के बारे में याद आई। खाते में फं¨डग और वाट्सएप कॉल से मिला सुराग अमरोहा : आइएसआइएस के यूपी चीफ हाफिज सुहैल की गिरफ्तारी का सबब उसका बैंक खाता और वाट्सएप कॉल बनी। डेढ़ माह से वह एनआइए और एटीएस के रडार पर था। उसके बाद से सुहैल की रेकी शुरू हो गई थी। उसके खातों की डिटेल व कॉ¨लग पर नजर रखी जा रही थी। सुहैल के मोबाइल फोन से अहम सुबूत मिले हैं। उसकी पत्नी और रिश्तेदारों के मोबाइल भी टीम अपने साथ ले गई है। आतंक का नया चेहरा हाफिज सुहैल का परिवार मध्यम वर्ग में गिना जाता है। दिल्ली व अमरोहा में यह परिवार आम परिवारों की तरह जीवन गुजार रहा था। परिवार व अन्य लोगों की नजरों में सुहैल इन दिनों बेरोजगार था। एनआइए को मिले इनपुट के बाद जब टीम ने हाफिज सुहैल के खातों की जांच की तो उसमें बड़ी फं¨डग सामने आई। सूत्र बताते हैं कि उसके दिल्ली स्थित बैंक खाते में लाखों रुपये का लेनदेन हुआ है। यह फंड कहां से आया और सुहैल ने किसे पैसे उपलब्ध कराए, इसकी भी जांच की जा रही है।

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इसके अलावा सुहैल के मोबाइल की कॉल डिटेल और वाट्सएप कॉ¨लग भी उसकी गिरफ्तारी का सबब बनी। बुधवार को हुई कार्रवाई के दौरान उसका मोबाइल बरामद किया। मोबाइल में सुहैल द्वारा टाइम बम बनाते समय की एक वीडियो मौजूद है। यह वीडियो उसने कई नंबरों पर भेजी है। वह सभी नंबर भी पुलिस के रडार पर हैं। इसके अलावा मोबाइल में आइएसआइएस से जुड़े तमाम फोटो व अन्य दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।


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