अाजम-अमर टकरावः अमर के खिलाफ रिपोर्ट कराने को एसपी से मिले सपाई
सपा के नेता आजम खां और अमर सिहं के बीच सियासी तल्खी बढ़ती जा रही है। अमर सिंह से आजम खां की जान को खतरा बताते हुए सपाइयों ने एसपी रामपुर से मुलाकात की।
रामपुर, जेएनएन। राज्यसभा सदस्य अमर सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए सपा जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी है। आरोप है कि अमर सिंह ने पूर्व मंत्री आजम खां के खिलाफ गलत बयानबाजी की। इस मामले में सपा नेता ने पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात की और कार्रवाई के लिए कहा। साथ ही आजम की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। एसपी ने मामले की जांच एएसपी को सौंप दी है। सपा जिलाध्यक्ष ने गुरुवार को दी तहरीर में कहा है कि अमर ने एक न्यूज चैनल को जो साक्षात्कार दिया है उसमें आजम को मारने की बात कही है।
अमित जानी पर लगाए गए हैं आरोप
अमर 30 अगस्त को रामपुर आए थे, तब उनके साथ भाजपा नेता आकाश कुमार सक्सेना उर्फ हनी और उत्तर प्रदेश नव निर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी भी थे। अमित जानी ने पहले भी आजम को जान से मारने की धमकी दी थी, जिसका मुकदमा कायम किया जा चुका है। अब वर्तमान में भी अमित जानी ने यू-टूब पर आजम को जान से मारने की धमकी का स्वीकारोक्ति कथन अपलोड किया है। इन लोगों ने आजम को जान से मारने की धमकी व बंदूकें व रायफल लेकर उन्हें जान से मारने का प्रयास किया। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए। इसी सिलसिले में उन्होंने पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीना से भी मुलाकात की। पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीना ने कहा है कि मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार ङ्क्षसह को सौंपी गई है। सपा नेताओं ने उन्हें सीडी भी उपलब्ध कराई है।
यह कहा था अमर सिंह ने
अमर सिंह ने कहा था कि मुझे शर्म आती है कि हिंदुत्व की सरकार है और योगी जी मुख्यमंत्री हैं। मैंने पत्रकार सम्मेलन किया, योगी जी के पास गया, राज्यपाल के पास गया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। 10 दिन तक प्रतीक्षा की, फिर प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि रामपुर जा रहा हूं। पांच सौ-सात सौ बंदूकें, रायफलें लीं और रामपुर गया। मैं बंदूकें लेकर जीप में चल रहा था और ऐसा लग रहा था कि मैं घोड़े पर हूं और मेरे हाथ में शमसीर है। मैं खुद शमशेर हूं। यकीन करिये आजम घर से निकलता तो हिंसा होती, या तो वह मुझे मारता या मैं उसे मारता।