Move to Jagran APP

लॉकडाउन में नहीं पहुंचे घरवाले तो सोसायटी वालों ने किया दाह संस्कार

रिश्तों व दायित्वों के निर्वाह में लॉकडाउन जब पैरों की बेड़ी बन गई तब समाज के पहरुए आए सामने।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 02:56 AM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 02:56 AM (IST)
लॉकडाउन में नहीं पहुंचे घरवाले तो सोसायटी वालों ने किया दाह संस्कार
लॉकडाउन में नहीं पहुंचे घरवाले तो सोसायटी वालों ने किया दाह संस्कार

मुरादाबाद: रिश्तों व दायित्वों के निर्वाह में लॉकडाउन जब पैरों की बेड़ी बन गई, तब समाज ने अपने उत्तरदायित्व का निर्वाह किया। पड़ोसी की मृत्यु के बाद उनके परिवार का कोई सदस्य नहीं पहुंच पाया तो आसपास के लोगों ने उनका अंतिम संस्कार किया।

loksabha election banner

मुरादाबाद में समाज के पहरुओं द्वारा उठाया गया यह कदम सभी के लिए नजीर है। मुरादाबाद के लोहागढ़ निवासी राजीव नारायण इस वक्त महाराष्ट्र के पुणे शहर में हैं। वहीं, सपरिवार वह निवास करते हैं। कांठ रोड स्थित गौर ग्रेसियस सोसाइटी के फ्लैट नंबर 3001 उनके नाम से रजिस्टर्ड है। इस फ्लैट में राजीव नारायण के छोटे भाई 57 वर्षीय संजय नारायण निवास करते थे। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बुधवार रात करीब साढे़ दस बजे राजीव नारायण की नौकरानी शीला ने उन्हें काल कर बताया कि रात करीब दस बजे संजय नारायण बाथरूम गए, कुछ देर बाद बाथरूम से गिरने की आवाज आई। तब नौकरानी ने सोसायटी के सिक्योरिटी गार्ड की मदद से दरवाजा खोला। बेहोशी की हालत में संजय नारायण बाहर निकाले गए। घटना की जानकारी पुलिस को देने के बाद उन्हें निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने बताया कि दिल का दौरा पड़ने से इनकी मौत हुई है। लॉकडाउन में तत्काल मुरादाबाद आने में राजीव नारायण व उनके रिश्तेदारों ने असमर्थता जताई। हालात भांप गौर ग्रेसियस सोसायटी के लोग आगे बढे़। गुरुवार को दिन में करीब डेढ़ बजे रामगंगा विहार स्थित मुक्ति धाम में शव का अंतिम संस्कार किया। संजय अविवाहित थे। उनका खर्च बडे़ भाई राजीव उठाते थे। मोबाइल पर बातचीत में उन्होंने सोसायटी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.