एक सप्ताह तक हाजिरी लगाते रहे गलत प्रमाणपत्र वाले छह शिक्षक, जांच पर उठे सवाल
बेसिक शिक्षा विभाग में जिन नवनियुक्त शिक्षकों के प्रमाणपत्र गलत पाए गए हैं।
मुरादाबाद,जासं: बेसिक शिक्षा विभाग में जिन नवनियुक्त शिक्षकों के प्रमाणपत्र गलत पाए गए हैं, वे शिक्षक नियुक्तिपत्र मिलने के बाद से एक सप्ताह तक संसाधन केंद्र पर हाजिरी भी लगाते रहे। लेकिन, अधिकारियों को उनके गलत प्रमाणपत्रों की भनक तक नहीं लगी। जबकि, नियुक्तिपत्र बांटने से पहले इन शिक्षकों की काउंसिलिग करवाई गई थी। ऐसे में गलत प्रपत्र वाले शिक्षकों को नियुक्तिपत्र बांटना कई सवाल खड़े कर रहा है। इस पूरे मामले में प्रमाणपत्र में शामिल अधिकारियों और बाबुओं की कार्यशैली संदेह के घेरे में है।
अब 27 अक्टूबर से नवनियुक्त शिक्षकों को स्कूलों का आवंटन होना है लेकिन, उससे ठीक एक दिन पहले सोमवार को सामने आए फर्जी शिक्षकों के मामले से बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी सन्न रह गए हैं, जिसके बाद आनन-फानन में शिक्षकों की नियुक्ति निरस्त कर दी गई है। दरअसल, इससे पहले अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में शिक्षकों को तैनाती देने में भी मैरिट को दरकिनार करने के आरोप अधिकारियों पर लग चुके हैं।
तो बाबुओं की लापरवाही से बंटे गलत नियुक्ति पत्र
शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने से पहले 14 व 15 अक्टूबर को काउंसिलिग भी करवाई गई थी। जिसमें मुरादाबाद में 430 अभ्यर्थियों की काउंसिलिग होनी थी। इस दौरान सभी अभ्यर्थियों के मूल प्रमाणपत्रों की जांच की गई थी। लेकिन, इस जांच में बाबुओं के स्तर पर लापरवाही सामने आयी है, जिसमें अच्छी तरह से जांचे बिना ऐसे शिक्षकों को भी नियुक्ति पत्र मिल गया जिनके प्रमाणपत्र फर्जी थे।
अब 397 शिक्षकों को होगा स्कूल आवंटन
69 हजार शिक्षक फर्ती मामले में शासन की ओर से करीब 31 हजार शिक्षकों की सूची जारी की गई थी। इसमें से 430 शिक्षकों को मुरादाबाद जिले का आवंटन हुआ था। लेकिन, 27 शिक्षक काउंसिलिग में अनुपस्थित रहे थे, जिसके बाद 403 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिला था लेकिन, अब छह शिक्षक और फर्जी सामने आने के बाद मंगलवार से 397 शिक्षकों को स्कूलों का आवंटन होगा।