मुरादाबाद में साइबेरियन पक्षियों की निगरानी करेगी पशु चिकित्सकों की टीम
Siberian Birds in Moradabad सीवीओ ने निगरानी के लिए चार आरआरटी टीमें बनाईं। रामगंगा किनारे पर कड़ी नजर रखने की हिदायत दी गई है। डीएम ने वन विभाग के अधिकारियों को भी अलर्ट कर दिया है। पूरी सावधानी बरती जा रही है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Siberian Birds in Moradabad। बर्ड फ्लू की दहशत के बीच रामगंगा किनारे आने वाले साइबेरियन पक्षियों की निगरानी करने के लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. हरिशंकर वर्मा ने चार रैपिड रेस्पांस टीमों (आरआरटी) का गठन कर दिया है। तहसील स्तर पर गठित टीम का प्रभारी पशु चिकित्साधिकारी को बनाया गया है। उनके साथ दो पशुधन प्रसार अधिकारियों के अलावा दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को लगाया गया है। यह टीम संभावित क्षेत्रों में जाकर साइबेरियन पक्षियों पर नजर रखेगी। इसके अलावा किसी भी पक्षी की मौत की सूचना मिलने पर तुरंत टीम को देनी है। टीम मरने वाले पक्षियों का बर्ड फ्लू को लेकर आई गाइड लाइन के मुताबिक दफनाने का काम करेगी।
मुरादाबाद में सात समंदर पार से साइबेरियन पक्षियों के आने की अभी तक कोई सूचना नहीं है। यह विदेशी मेहमान सर्दी के दिनों में अक्सर ऐसे स्थानों पर आकर अठखेलियां करते हैं, जहां स्वच्छ जलाशय होते हैं। रामगंगा किनारे विदेशी पक्षियों के आने की संभावना बनी रहती है। कई प्रदेशों में बर्ड फ्लू के केस मिल रहे हैं। शुक्रवार को गजरौला में भी कौवा के मरने से बर्ड फ्लू की दहशत फैल गई। हालांकि अभी तक कोई केस नहीं मिला है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि बर्ड फ्लू को लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है। हमने अब तक 40 मुर्गियों के सैंपल लेकर जांच के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बरेली को भेजे हैं। विदेशी पक्षियों पर निगाह रखने के लिए तहसील स्तर पर चार आरआरटी गठित कर दी हैं। हमारे 20 पशु चिकित्सालय और 45 पशु सेवा केंद्र हैं। मुरादाबाद में रामगंगा किनारे ही साइबेरियन पक्षियों के आने की संभावना बनी रहती है। स्टाफ को पक्षियों पर नजर रखने को कहा गया है। कहीं से भी साइबेरियन पक्षी के आने की सूचना मिलेगी तो टीम वहां पहुंंचकर उनकी हर गतिविधि पर नजर रखेगी। किसी को डरने की जरूरत नहीं है। एहतियात बरतने की जरूरत है। मांस को अच्छी तरह से उबाल कर खाएं। तीतर, बटेर आदि का शिकार करके मांस खाने वालों को ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है। जिलाधिकारी की तरफ से वन विभाग को भी विदेशी पक्षियों पर निगाह रखने को कहा गया है।