महंगे डीजल के बाद भी नहीं बढ़ेगा रोडवेज का किराया
डीजल की बढ़ती कीमत के बाद भी रोडवेज प्रबंधन ने किराया नहीं बढ़ाने का निर्णय लिया है।
मुरादाबाद(प्रदीप चौरसिया): डीजल की बढ़ती कीमत के बाद भी रोडवेज प्रबंधन ने किराया नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। घाटे को कम करने के लिए यात्रियों की संख्या बढ़ाने और छोटे व्यापारियों के अधिक माल की ढुलाई करने की योजना बनाई है।
पिछले एक माह से लगातार डीजल की कीमत में वृद्धि हो रही है। एक माह में डीजल की कीमत में सात बार वृद्धि हो चुकी है। बढ़ोतरी के बाद ट्रांसपोर्टरों ने किराया बढ़ा दिया है। प्राइवेट बस, टैक्सी के किराए में भी वृद्धि हो गई है। ढुलाई महंगी होने से सभी पदार्थो के मूल्य भी बढ़ गए हैं। बस संचालन का खर्च 10 फीसद बढ़ा
-लगातार डीजल की कीमत बढ़ने से रोडवेज प्रशासन को भी लगातार घाटे का सामना करना पड़ रहा है। बस संचालन के खर्च में दस फीसद तक की वृद्धि हो गई है, लेकिन आय नहीं बढ़ी है। स्थानीय अधिकारी कीमत बढ़ाने का प्रस्ताव भी मुख्यालय भेज चुके थे।
31 दिसंबर तक नहीं बढ़ेगा किराया
-गुजरे मंगलवार को रोडवेज प्रबंधन ने प्रदेशभर के अधिकारियों की बैठक बुलाई और स्पष्ट कर दिया कि 31 दिसंबर 2018 तक रोडवेज के किराए में कोई भी वृद्धि नहीं होगी। सरकार की और से कोई अनुदान भी नहीं मिलेगा। रोडवेज अधिकारियों को यात्रियों की संख्या बढ़ाने व बसों का फेरा बढ़ाकर घाटे को कम करने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा व्यापारियों के छोटे-मोटे माल की अधिक ढुलाई कर आय बढ़ाने की बात कही। वहीं खाली जमीन पर विज्ञापन आदि से भी आय बढ़ाने पर जोर दिया।
बोले जिम्मेदार
-पीतलनगरी डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक के बालक राम ने बताया कि रोडवेज प्रबंधन डीजल की कीमत बढ़ाने के बाद भी इस साल किराया नहीं बढ़ाने जा रहा है। आय बढ़ाने के लिए इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन के सहयोग से डग्गामार वाहनों पर रोक लगवाकर यात्रियों की संख्या बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।