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महानगर की सड़कें होंगी अतिक्रमण मुक्त, कई विभाग करेंगे सहयोग Moradabad News

डीएम ने सभी विभागाध्यक्षों से अतिक्रमण चिह्नित कर मांगी रिपोर्ट जिला प्रशासन व पुलिस के साथ मिलकर चलाएंगे संयुक्त अभियान।

By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 22 Aug 2019 01:49 PM (IST)Updated: Thu, 22 Aug 2019 03:12 PM (IST)
महानगर की सड़कें होंगी अतिक्रमण मुक्त, कई विभाग करेंगे सहयोग Moradabad News

मुरादाबाद।  महानगर में अब वृहद स्तर पर अतिक्रमण अभियान चलेगा। यह अभियान अकेले नगर निगम नहीं बल्कि कई विभाग चलाएंगे। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण, आवास विकास, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई विभाग, नगर निगम आदि कई विभाग अपने-अपने क्षेत्र में हुए अतिक्रमण को हटाएंगे। 

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डीएम ने दिए निर्देश

डीएम राकेश कुमार सिंह ने इनके विभागाध्यक्षों को अपनी सड़कों, कालोनियों व प्लाट पर अतिक्रमण चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। कहा है अतिक्रमण की रिपोर्ट सभी देंगे और सभी विभागों की एक कम्पाइल सूची तैयार होगी। इसके बाद जिला प्रशासन, पुलिस व संबंधित विभाग मिलकर अतिक्रमण हटाने को अभियान चलाएंगे। 

पीडब्ल्यूडी के अधिकार क्षेत्र में जिन सड़कों का निर्माण है या उसकी जमीन है तो वहां अतिक्रमण हटवाने में मुख्य रूप से उसी की जिम्मेदारी होगी। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण भी अपनी कालोनियों व सड़कों से अतिक्रमण हटाएगा। नगर निगम भी महानगर में अपने अधिकार क्षेत्र की सड़कें, बाजार व सम्पत्ति से अतिक्रमण हटाएगा। इसको लेकर कार्य योजना तैयार हो गई है। 

जिलाधिकारी का मानना है कि स्मार्ट सिटी के तहत शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए कई विभागों का संयुक्त प्रयास ही कामयाब होगा। स्मार्ट सिटी के तहत महानगर में धरातल पर काम शीघ्र दिखेंगे। इसको लेकर अतिक्रमण हटाना जरूरी है।

नगर निगम ने अपनी सूची तैयार कर डीएम को दे दी है। पुलिस व प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण हर हाल में हटाया जाएगा।

राजवीर सिंह, कर निर्धारण अधिकारी, नगर निगम।

ठंडे बस्ते में पहुंचा रेलवे स्टेशन के सामने का अतिक्रमण

रेलवे स्टेशन के सामने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई ठंडे बस्ते में चली गई जबकि 100 से ज्यादा दुकानदारों, रेस्टोरेंट स्वामियों को नोटिस दिए गए थे। इन दुकानदारों ने महापौर से मिलकर अपनी दुकानों के सामने अतिक्रमण नहीं होने का हवाला दिया था। सवाल है कि जब अतिक्रमण नहीं है तो डरने की बात क्या है, अफसरों व जनप्रतिनिधियों के पास नोटिस के बाद जाने का मकसद क्या है? यानि अतिक्रमण न हटे, नोटिस प्रक्रिया का चुपचाप पटाक्षेप कराने की कोशिश की जा रही है। 


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