गांव के विकास कार्यों में धांधली, लोकायुक्त की कमेटी करेगी मामले की जांच
scam in development work जिलाधिकारी ने त्रिस्तरीय जांच कमेटी बनाई है। कमेटी में मुख्य विकास अधिकारी के साथ एडीएम प्रशासन को जांच अधिकारी नामित किया गया है। आठ दिसंबर तक जांच करके इसकी रिपोर्ट लोकायुक्त को भेजनी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। scam in development work। ग्राम पंचायत गोधी में विकास कार्यों के दौरान किए गए घपलों की जांच अब लोकायुक्त द्वारा बनाई गई कमेटी करेगी। मुख्य विकास अधिकारी आनंद वर्धन को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है।
गांव हटहट निवासी जावेद अली ने लोकायुक्त के यहां परिवाद दायर किया है। जिला पंचायत राज अधिकारी, एडीओ पंचायत, ग्राम पंचायत गोधी के सचिव एवं ग्राम प्रधान को बाजार से अर्जित आय का गबन करने का आरोपित बनाया है। इस संबध में इसमें एडीएम प्रशासन लक्ष्मीशंकर सिंह ने संबंधित अधिकारी और प्रधान को पत्र भेजकर चार दिसंबर को उनके कार्यालय में उपस्थित होकर जवाब देने के लिए कहा है। जावेद का कहना है कि ग्राम पंचायत के दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा किया गया है। पंचायत राज अधिनियम की धारा-27(1) के मुताबिक ग्राम पंचायत को हुए नुकसान की वसूली की जाए। जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच करने के लिए त्रिस्तरीय जांच कमेटी बनाई है। कमेटी में मुख्य विकास अधिकारी के साथ एडीएम प्रशासन को जांच अधिकारी नामित किया गया है। आठ दिसंबर तक इस मामले की जांच करके रिपोर्ट लोकायुक्त को भेजनी है। जिला पंचायत राज अधिकारी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मुख्य विकास अधिकारी के नेतृत्व में ग्राम पंचायत गोधी के प्रधान के खिलाफ शिकायतों की जांच होनी है। इससे पहले हुई जांचों में प्रधान की मदद करने का आरोप है। स्थानीय अधिकारियों की जांच से संतुष्ट न होने पर जावेद अली ने लोकायुक्त के यहां शिकायत दर्ज कराई है।
यह हैं प्रधान पर आरोप
गोधी की ग्राम प्रधान फात्मा पर आरोप है कि उन्होंने बाजार की नीलामी की धनराशि पर्सनल खाते में डालकर गोलमाल किया है। इस धनराशि काे ग्राम निधि के खाते में जमा किया जाना था। इसके अलावा विकास कार्यों में घपला करने का आरोप है।