सपा नेता को पकडऩे बिना वारंट मुरादाबाद पहुंची रामपुर पुलिस Moradabad news
आरोप है कि जिगर कालोनी चौराहा पर रामपुर की अजीमनगर थाना पुलिस ने उनकी कार को रोक लिया। पुलिस टीम दो प्राइवेट गाडिय़ों में सवार थी। उनमें एक दारोगा वर्दी पहने था।
मुरादाबाद, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के नेता युसूफ मलिक को पकडऩे आई रामपुर के अजीमनगर थाने की पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा। पुलिस ने जिगर कालोनी चौराहा पर उनकी कार को रोककर अपने साथ ले जाने की कोशिश की। इस पर उन्होंने अपनी कार दौड़ा दी और सिविल लाइंस थाने में घुसा दी। यहां काफी देर हंगामा हुआ। बाद में वारंट न होने पर रामपुर पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा।
समाजवादी पार्टी में प्रदेश सचिव और युवजन सभा के जिलाध्यक्ष रहे यूसुफ मलिक जिगर कालोनी में रहते हैैं। रविवार को दोपहर करीब 3:30 बजे वह अपनी कार से निकले थे। यूसुफ खुद ही कार को ड्राइव कर रहे थे। आरोप है कि जिगर कालोनी चौराहा पर रामपुर की अजीमनगर थाना पुलिस ने उनकी कार को रोक लिया। पुलिस टीम दो प्राइवेट गाडिय़ों में सवार थी। उनमें एक दारोगा वर्दी पहने था। युसूफ मलिक का आरोप है कि दारोगा ने आते ही उनके सीने पर रिवाल्वर लगा दी और कहने लगे कि चलो तुम्हें पूछताछ करने के लिए रामपुर चलना है। उन्होंने इन्कार किया तो रामपुर पुलिस की टीम उनको साथ कार में बैठकर जबरन रामपुर ले जाने लगी। जब उन्होंने गाड़ी चलाने से मना कर दिया तो पुलिस टीम ने उन्हें कार से उतारकर अपनी गाड़ी में भी बिठाने की कोशिश की। इस दौरान उनकी पुलिस टीम से नोंकझोंक भी हुई।
वारंट न होने पर वापस लौटाई गई पुलिस
नोकझोंक के बाद यूसुफ मलिक ने रामपुर पुलिस के साथ जाने के बजाय कार थाना सिविल लाइंस की ओर दौड़ा दी। थाने में इंस्पेक्टर नवल मारवाहा और एसएसआइ सुनील कुमार सिंह मौजूद थे। हंगामा होने पर दोनों उनकी कार के पास आ गए। थाने में इसे लेकर काफी देर हंगामा होता रहा। प्रभारी निरीक्षक नवल मारवाहा ने बताया कि रामपुर के अजीमनगर थाने की पुलिस आई थी। उनका कहना था कि यूसुफ मलिक के खिलाफ शिकायत आई है, उनसे पूछताछ करनी है। पुलिस के पास उन्हें पकड़कर ले जाने के लिए वारंट नहीं था। इसलिए उन्हें टीम के सुपुर्द नहीं किया गया। हालांकि, पुलिस टीम बाद में आने की बात कहकर लौट गई।
दस दिन पहले ही यूसुफ के घर आए थे आजम खां
रामपुर के सांसद मुहम्मद आजम खां दस दिन पहले ही सपा नेता यूसुफ मलिक के घर आए थे। बताया जा रहा है कि आजम खां और किसानों के विवाद को सुलझाने की कोशिश में यूसुफ मलिक जुटे हुए हैं। इसको लेकर पिछले कई महीनों से उनका रामपुर में आना-जाना लगा हुआ है। यह बात खुद यूसुफ मलिक भी स्वीकार कर रहे हैैं। पुलिस की कार्रïïïवाई को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
हमारे थाने से कोई पुलिस टीम सपा नेता यूसुफ मलिक को पकडऩे नहीं गई। इस मामले में हमारा कोई लेना-देना नहीं है।
अमरीश कुमार, थाना प्रभारी, अजीमनगर