रामपुर जेल प्रशासन बंदियों के लिए बनाएगा शो-रूम, आम आदमी भी खरीद सकेंगे बंदियों के बने उत्पाद
Rampur Jail Administration Make Showroom for Prisoners रामपुर जिला कारागार के बंदियों द्वारा बनाए जा रहे उत्पाद अब शहर के लोग भी खरीद सकेंगे। इन उत्पादों की बिक्री के लिए जेल मुख्यालय से अनुमति मिल गई है। इसके लिए जेल प्रशासन ने यहां से अनुमोदन भेजा था।
जागरण संवाददाता, रामपुर। Rampur Jail Administration Make Showroom for Prisoners : रामपुर जिला कारागार के बंदियों द्वारा बनाए जा रहे उत्पाद अब शहर के लोग भी खरीद सकेंगे। इन उत्पादों की बिक्री के लिए जेल मुख्यालय से अनुमति मिल गई है। इसके लिए जेल प्रशासन ने यहां से अनुमोदन भेजा था। अनुमति मिलने के बाद जेल प्रशासन ने शोरूम खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए जेल की ही जमीन का चयन किया गया है। शोरूम में जेल के बंदियों द्वारा बनाए उत्पाद बिक्री के लिए रखे जाएंगे। यह उत्पाद बाजार से कम दाम पर उपलब्ध होंगे।
बंदियों का भविष्य सुधारने के लिए शासन की ओर से कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। शासन की मंशा है कि बंदी जेल से बाहर निकलने के बाद दोबारा अपराध के रास्ते पर न चलें। अपने हुनर की बदौलत समाज में सम्मानपूर्वक जी सकें। इसके तहत प्रदेश की जेलों में बंदियों को हुनरमंद बनाया जा रहा है। उन्हें जेल में बिजली से संचालित घरेलू उत्पादों की मरम्मत करना, एलईडी बल्ब, इनवर्टर, स्टेबलाइजर आदि बनाना सिखाया जा रहा है।
महिला बंदियों को सिलाई-कढ़ाई, जरी पेचवर्क आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा जिस जिले का उत्पाद ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद) योजना में शामिल है, वहां की जेलों के बंदियों को उस उत्पाद को बनाने का प्रशिक्षण भी दिए जाएगा। इसके बाद बंदियों द्वारा बनाए उत्पादों की बिक्री भी की जाएगी। इसके लिए जेलों में शोरूम खेाले जाएंगे।
लखनऊ में खुला पहला शोरूमः जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य ने बताया कि जेलों में शोरूम खोलने की शुरुआत लखनऊ से हो गई है। लखनऊ जेल में बने शोरूम का नवंबर 2021 में डीजी जेल आनंद कुमार द्वारा उद्घाटन किया गया था। तब वहां शोरूम में रामपुर जेल के बंदियों द्वारा बनाए उत्पाद इनवर्टर, स्टेबलाइजर और एलईडी बल्ब भी रखे गए थे।
इन उत्पादों को वहां काफी पसंद किया गया था। 80 एलईडी बल्ब बिके भी थे। अब जल्द ही रामपुर जेल में भी बंदियों द्वारा बनाए सामान की बिक्री के लिए शोरूम खोला जाएगा। इसके लिए जेल मुख्यालय से अनुमति मिल चुकी है। उत्पादों की बिक्री सहकारी समिति के माध्यम से की जाएगी। समिति के गठन की प्रक्रिया चल रही है।