अब गलत जवाब पर रेल कर्मियों की होगी नेगेटिव मार्किंग
मुरादाबाद, जासं: विभागीय परीक्षा में हेराफेरी पर रोक लगाने के लिए रेलवे बोर्ड ने नए नियम बनाए हैं।
मुरादाबाद, जासं: विभागीय परीक्षा में हेराफेरी पर रोक लगाने के लिए रेलवे बोर्ड ने नए नियम बनाए हैं। अब परीक्षा में प्रश्न ऑबजेक्टिव होंगे। गलत जवाब देने पर नेगटिव मार्किग की जाएगी। हर साल होती है विभागीय परीक्षा रेल प्रशासन पढ़े-लिखे कर्मियों को अधिकारी बनने का मौका देता है। इसके लिए हर साल विभागीय परीक्षा होती है। रेलवे के नियमानुसार रिक्त 25 फीसद पदों को टैलेंट कोटे से भरा जाता है। जिससे कि पढ़े-लिखे गैंगमैन भी सीनियर सेक्शन इंजीनियर जैसे पद पर पदोन्नत हो सकते हैं। इसके लिए कर्मियों को विभागीय परीक्षा पास करना अनिवार्य होता है। इस परीक्षा में भी अधिकारियों की ओर से खेल किया जाता है। कम पढ़े-लिखे कर्मियों को पदोन्नत कर दिया जाता है और अधिक पढ़े-लिखे कर्मियों को फेल कर दिया जाता है। वर्तमान में इस परीक्षा में पांच सवाल पूछे जाते हैं। इनके जवाब लिखने में ही खेल किया जाता है। रेलवे बोर्ड ने नियमों में किया बदलाव इसे देखते हुए रेलवे बोर्ड ने परीक्षा के नियम में बदलाव किए हैं। इसके लिए रेलवे बोर्ड के ज्वाइंट डायरेक्टर (इएसटीटी) डी जोसफ ने 14 दिसंबर को पत्र जारी किया है। इसमें कहा है कि परीक्षा में सभी प्रश्न ऑबजेक्टिव होंगे। परीक्षा सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में आनलाइन होगी। इसके अलावा परीक्षा के समय आरपीएफ के जवानों को तैनात करने का आदेश दिया है। इस व्यवस्था के बाद रेलवे के विभागीय परीक्षा में हेराफेरी करना कठिन हो जाएगा। मंडल रेल प्रबंधक अजय कुमार सिंघल ने बताया कि रेलवे बोर्ड का पत्र मिल गया है और बोर्ड के आदेश के अनुसार कार्मिक विभाग को परीक्षा कराने के आदेश दे दिए गए हैं।