आतंक का साया : पश्चिम उप्र में गणतंत्र दिवस के पहले फिर हो सकती है छापेमारी
वेस्ट यूपी के सात जिले ऐसे हैं जिन पर खुफिया एजेंसियों की नजरें हैं।
अमरोहा : दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 26 दिसंबर-18 को एनआइए व एटीएस द्वारा की गई कार्रवाई के बाद से पश्चिम उप्र के सात जिलों में खुफिया एजेंसियों की नजरें जमी हुई हैं। यहां के कुछ युवकों की गतिविधियां संदिग्ध होने की जानकारी मिल रही हैं। लिहाजा यह युवक एजेंसियों के रडार पर हैं। इनमें से कुछ युवक जिला छोड़ कर जा चुके हैं। माना जा रहा है कि गणतंत्र दिवस से पहले खुफिया एजेंसियां एक बार फिर छापा मार सकती हैं। 26 दिसंबर को हुआ था नेटवर्क का भंडाफोड़ 26 दिसंबर को एनआइए व एटीएस ने दिल्ली, अमरोहा, हापुड़ और मेरठ में छापा मारकर आतंकी संगठन हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया था। मास्टर माइंड मुफ्ती सुहैल समेत दस संदिग्ध आतंकियों को को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से अमरोहा और मेरठ में खुफिया एजेंसियां लगातार कार्रवाई कर रही हैं। उप्र में मजबूत कर चुके थे नेटवर्क खुफिया विभाग के सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार मुफ्ती सुहैल व मौलाना साकिब पश्चिम उप्र में नेटवर्क मजबूत कर चुके थे। उनके संपर्क में आए युवकों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिल रही हैं। यह युवक वेस्ट यूपी के सात जिलों के रहने वाले हैं। इनमें अमरोहा, सम्भल, बिजनौर, हापुड़, मेरठ, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर शामिल हैं। यहां के रहने वाले कुछ युवक दोनों के संपर्क में आए थे लेकिन उनकी भूमिका क्या है इसका पता लगाने के लिए एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिक कार्रवाई होने के बाद कुछ संदिग्ध युवक जिले से चले गए हैं। एजेंसियां उनका पता लगा रही हैं। शेष की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। माना जा रहा है कि गणतंत्र दिवस से पहले इन जिलों में खुफिया एजेंसियां बड़ी कार्रवाई कर सकती हैं।