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पॉक्सो एक्ट भी न्याय दिलाने में फिसड्डी, जानें क्या है वजह Moradabad News

अधिवक्ता अनीता टंडन।

By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 10:42 AM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 10:42 AM (IST)
पॉक्सो एक्ट भी न्याय दिलाने में फिसड्डी, जानें क्या है वजह Moradabad News
पॉक्सो एक्ट भी न्याय दिलाने में फिसड्डी, जानें क्या है वजह Moradabad News

मुरादाबाद : हैदराबाद, उन्नाव व सम्भल की घटना के बाद भी जिम्मेदारों की नींद टूटी नहीं है। पाक्सो एक्ट के पीडि़तों को त्वरित न्याय व दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए प्रदेश में फास्ट ट्रैक गठित होगी। लेकिन पीडि़तों को इंसाफ तब मिलेगा। जब पूरा तंत्र प्रतिबद्धता से दायित्व निभाए। सच तो यह कि सिरदर्द के टैबलेट से दिल का दर्द दूर करने का प्रयास हो रहा है।

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पाक्सो एक्ट के लंबित मुकदमे चिंता का सबब

पाक्सो एक्ट के लंबित मुकदमे सरकार के लिए चिंता का सबब हैं। मुरादाबाद में भी ऐसे मुकदमों के निस्तारण की गति छह फीसद है। यह स्थिति तब है, जब दुष्कर्म व छेड़छाड़ की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। नाबालिग पीडि़तों की संख्या में इजाफा हो रहा है। सुलह व समझौते की कोशिश में पीडि़तों पर हमले हो रहे हैं। पीडि़त के टूटने तक दबाव बनाने का खेल खुलेआम हो रहा है। ठाकुरद्वारा की उपजिलाधिकारी गरिमा सिंह की चौखट पर मंगलवार को पहुंची दुष्कर्म पीडि़ता ने दुष्कर्म आरोपित पर कुछ ऐसा ही आरोप मढ़ा। महानगर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात युवती को तेजाब से जलाने की कोशिश हुई। युवती ने भाग कर जान बचाई। पुलिस ने आरोपित को मौके से दबोचा। दुस्साहस से भरी यह घटनाएं तो महज बानगी हैं।

फास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन से मुकदमों के निस्तारण में तेजी आने की उम्मीद तो है लेकिन, पुलिस को भी अपने दायित्व का बखूबी निर्वाह करना होगा। कोर्ट भी फैसला गवाह व साक्ष्य के आधार पर करती है। यह समय से कोर्ट में उपलब्ध हो, इसकी जिम्मेदारी पुलिस के कंधे पर है। -रेशमा बेगम, अधिवक्ता।

पाक्सो एक्ट के मुकदमों का भारी भरकम बोझ यह प्रमाणित करता है कि न्यायिक प्रणाली सही से काम नहीं कर रही। पुलिस व शासकीय अधिवक्ताओं के बीच गैप है। दोनों को पीडि़ता के साथ प्रतिबद्ध होकर खड़ा होना होगा। पीडि़ता को त्वरित न्याय भी मिलेगा। -अनीता टंडन, अधिवक्ता।

मुरादाबाद मंडल में तीन वर्ष के भीतर

पाक्सो एक्ट के कुल 1,131 मुकदमे दर्ज हुए। इनमें से महज 67 मुकदमे के आरोपितों की सजा अब तक मुकर्रर हो सकी है। कुल 1,065 पीडि़त व उनके परिजन अभी भी इंसाफ की राह ताक रहे हैं।

जिला - 2017 - 2018 - 2019

मुरादाबाद - 127 - 121 - 128

रामपुर - 61 - 45 - 71

बिजनौर - 45 - 113 - 114

अमरोहा - 28 - 35 - 35

सम्भल - 57 - 79 - 72

कुल-     318 393 420

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पाक्सो एक्ट मेंं सजा

             वर्ष 2017- 2018 - 2019

मुरादाबाद        01 -  04    -   16

रामपुर             00 -  02    -   05

बिजनौर           04  - 02    -   08

अमरोहा          02  -  01    -  10

सम्भल            00  -  01    -   11  

कुल              07 -     10   -  50


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