सत्ता पक्ष ने बजट को सराहा तो विपक्ष बोला-इससे नहीं होगा किसी का भला
प्रदेश सरकार के बजट की सत्ता पक्ष ने सराहना करते हुए सभी वर्गों के हित में बताया है, जबकि विपक्ष ने इसे जुमलेबाजी का बजट बताया है।
रामपुर, जेएनएन। प्रदेश सरकार के बजट की सत्ता पक्ष ने सराहना करते हुए सभी वर्गों के हित में बताया है, जबकि विपक्ष ने इसे जुमलेबाजी का बजट बताया है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि इससे किसी का भला होने वाला नहीं है।
सभी के हितों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया बजट : औलख
प्रदेश के अल्पसख्यंक कल्याण एवं ङ्क्षसचाई राज्यमंत्री बल्देव औलख ने कहा कि प्रदेश सरकार का बजट सभी के हितों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इसमें हर वर्ग के हित को ध्यान में रखा गया है। अल्पसंख्यकों और मदरसों के लिए भी बजट में व्यवस्था की गई है। मदरसों को आधुनिक किया जाएगा। किसानों के लिए भी बजट में अच्छे कदम उठाए गए हैं।
विकास पर ध्यान नहीं दे रहे नेता : आजम
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद आजम खां ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता विकास पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, सिर्फ जुमलेबाजी कर रहे हैं। योगी सरकार ने जो बजट पेश किया है यह सिर्फ जुमलेबाजी का बजट है। इस बजट में न तो किसानों के लिए कुछ खास है और न बेरोजगारों के लिए। सरकार को युवाओं को रोजगार देने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए थे।
भाजपा सरकार कर रही फर्जी घोषणाएं : मुतीउरर्रहमान खां
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष मुतीउरर्रहमान खां बल्लू ने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ फर्जी घोषणाएं कर काम चला रही है। न तो केंद्र सरकार के बजट में बेरोजगार युवाओं के लिए कुछ था और न ही प्रदेश सरकार के बजट में युवाओं के लिए कुछ खास है। सरकार ने जो बजट पेश किया है, इससे न तो किसानों को फायदा होगा और न ही युवाओं को।
जुमलों का पुलिंदा है बजट : सुरेंद्र सागर
बहुजन समाज पार्टी के जोन इंचार्ज एवं पूर्व दर्जामंत्री सुरेंद्र सागर ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जो बजट पेश किया गया है वह जुमलों का पुङ्क्षलदा है। इससे जनता का कोई भला होने वाला नहीं है। जनता लोकसभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाने को तैयार बैठी है। प्रदेश में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। आम जनता परेशान है। सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है।
हस्तशिल्पी और निर्यातक रह गए खाली हाथ
केंद्र सरकार के बजट में खाली हाथ रहने के बाद प्रदेश सरकार के बजट से भी निर्यातकों को बहुत उम्मीद थी, लेकिन यहां भी निराशा ही मिली। प्रदेश में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा अर्जन करने वाले निर्यातकों की ओर सरकार ने देखा भी नहीं। जबकि राज्य सरकार से हस्तशिल्प उद्योग को बढ़ावा देने लिए निर्यातक कई बार अपनी मांग उठा चुके थे। सरकार का फोकस लघु, मध्यम एवं सूक्ष्म उद्योगों में केवल ओडीओपी पर विशेष रूप से रहा।
केंद्र से जुड़ा है निर्यात कारोबार
निर्यात कारोबार पूरी तरह से केंद्र सरकार से जुड़ा है। लेकिन प्रदेश के माध्यम से विदेशी मुद्रा खजाने को भरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले निर्यातकों के लिए प्रदेश सरकार विशेष योजनाएं संचालित करती है। इसके तहत उद्योगों को बढ़ावा देने में सहयोग रहता है और कई प्रकार की सब्सिडी भी मिलती है। मुरादाबाद के निर्यातक प्रदेश सरकार से इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के साथ ही कंटेनर सब्सिडी और फेयर सब्सिडी बढ़ाए जाने की मांग कर रहे थे। इसके साथ ही मुरादाबाद में इंडस्ट्रियल एरिया स्थापित कराए जाने की मांग करते आ रहे हैं। लेकिन इस बार सरकार इन सभी के लिए कोई बजट नहीं रखा है।
निर्यातकों के लिए कार्य होने चाहिए
प्रांतीय अध्यक्ष लघु उद्योग भारती अजय गुप्ता का कहना है कि सरकार ने ओडीओपी को बढ़ावा देने पर जोर दिया है, यह अच्छा कदम है। पर निर्यातकों के लिए कार्य किए जाने जरूरी है। चेयरमैन इंटरनेशनल ब्रांच यस नीरज खन्ना का कहना है कि सरकार ओडीओपी को सफल बनाना चाहती है, जबकि निर्यातकों को इससे दूर रखा जा रहा है। उन्हें दूर रखकर योजना कैसे सफल हो सकती है। मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के पूर्व सचिव अजय गुप्ता का कहना है कि केंद्रीय बजट के बाद निर्यातकों के लिए प्रदेश के बजट में भी कुछ नहीं मिला। जबकि हमारी ओर से लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिए कई डिमांड रखी थीं।