Lockdown:लॉकडाउन के दौरान प्रदूषण का स्तर तेजी से हो रहा डाउन Moradabad News
केरल के तिरुअनंतपुरम जैसी हुई मुरादाबाद की आबो-हवा। 10 दिनों में शहर की आबोहवा में हुआ सुधार। 47 के स्तर पर पहुंचा एक्यूआइ । 50 से ज्यादा बीते दस दिनों से एक्यूआइ का स्तर नहीं गया
मुरादाबाद,जेएनएन। लॉकडाउन का सबसे बेहतर प्रभाव पर्यावरण में देखने को मिला है। देश के सबसे प्रदूषित शहरों में मुरादाबाद का नाम शामिल था लेकिन, बीते दस दिनों में शहर की आबो-हवा सबसे ज्यादा बेहतर हो गई है। जो परिणाम सामने आए हैं, उसकी अपेक्षा कभी प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने भी नहीं की थी। देश के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की सूची में मुरादाबाद का नाम लगातार दर्ज किया जाता रहा है। अब लॉकडाउन के बाद शहर का एयर क्वालिटी इंडेस्क 47 हो गया है। देश में सबसे शुद्ध वातावरण में चंडीगढ़़, गुजरात के गांधीनगर, असम के तेजपुर के साथ ही केरल के तिरुअनंतपुरम का नाम आता है लेकिन, अब शहर का हवा का मानक केरल के तिरुअनंतपुरम की तरह ही हो गया है।
चौंकाने वाले परिणाम आए सामने
लॉकडाउन के बाद से ही लगातार एयर क्वालिटी में सुधार हो रहा था, लेकिन इस हफ्ते सबसे ज्यादा चौकाने वाले परिणाम सामने आए हैं। बीते दस दिनों से 50 से ज्यादा एयर क्वालिटी का स्तर नहीं गया है। गौरतलब है कि बढ़ते हुए प्रदूषण को रोकने के लिए एनजीटी एवं कोर्ट ने सख्त निर्देश जारी किए थे, इसके साथ ही जिलाधिकारी व राज्य के मुख्य सचिव पर दस लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था। इसके बाद से शहर के अंदर चल रही इंडस्ट्री को सील करने की कार्रवाई चल रही थी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बीते दो माह में दो सौ से अधिक पीतल भट्ठियों को बंद कराने की कार्रवाई थी।
एक्यूआइ के यह हैं मानक
0-50 अच्छा
51-100 संतोषजनक
101-200 औसत
201-300 खराब
301-400 बहुत खराब
401-450 गंभीर
451-500 खतरनाक
दस दिनों का वायु गुणवत्ता सूचकांक
तारीख वायु गुणवत्ता सूचकांक
21 मार्च 58
22 मार्च 56
23 मार्च 55
24 मार्च 55
25 मार्च 53
26 मार्च 52
27 मार्च 50
28 मार्च 48
29 मार्च 47
30 मार्च 47
31 मार्च 47
एयर क्वालिटी इंडेक्स शहर का सबसे बेहतर है। इसको लेकर हमने कभी सोचा भी नहीं था। लॉकडाउन के चलते वायु प्रदूषण गुणवत्ता सूचकांक गुड ग्रीन में चल रहा है। यह ऐतिहासिक है।
अजय शर्मा, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी