पुलिस ने रोकी दलित समुदाय की महापंचायत, हंगामा
मुरादाबाद जेएनएन भोजपुर थाना क्षेत्र के गाव काफियाबाद में चार सितंबर की सुबह बदमाशों ने सुरक्षा गार्ड सुरेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
मुरादाबाद, जेएनएन : भोजपुर थाना क्षेत्र के गाव काफियाबाद में चार सितंबर की सुबह बदमाशों ने दिनदहाड़े सुरक्षा गार्ड सुरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के विरोध में दलित समाज के लोगों ने 19 सितंबर को नौबी मेले के मैदान में महापंचायत का ऐलान किया था। इसकी तैयारी जोर शोर से चल रही थी। पुलिस पर जब दबाव बना तो पुलिस ने हत्यारोपितों को शनिवार को पकड़कर जेल भेज दिया।
रविवार सुबह 10 बजे दलित समाज के लोग महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए गाव काफियाबाद जा रहे थे। पुलिस ने गाव के सभी रास्तों पर पुलिस फोर्स व पीएसी तैनात कर दी थी। मौके पर एसडीएम सदर प्रशात कुमार व सीओ ठाकुरद्वारा डा. अनूप कुमार यादव और थानाध्यक्ष सतराज सिंह, थानाध्यक्ष राशिद अली खान पुलिसबल के साथ तैनात मौजूद रहे। इस दौरान वहां आने जाने वाले लोगों से पुलिस की नोकझोंक हुई।
जाति मुक्ति भारतीय संघ के अध्यक्ष चंदन सिंह रैदास ने कहा कि महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए जा रहे लोगों को पुलिस ने इस्लाम नगर चौराहे पर बल पूर्वक रोक लिया। इस दौरान पुलिस से नोकझोंक हुई। लोगों ने नाराजगी जाहिर करते हुए महिलाओं को लेकर रोड जाम करने के लिए बैठ गए। वहा से पुलिस ने सभी को बल पूर्वक हटाया और रास्ता खाली कराया। फिर सभी सड़क किनारे एक मैदान में इकट्ठा हो गए। चंदन ने सभी को बाबा भीमराव आंबेडकर के कानून को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा सुरेंद्र सिंह हत्याकाड में पुलिस सत्ता के एक मंत्री के दबाव में आकर आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर रही थी। इसीलिए हमने गाव में दलित महापंचायत का ऐलान किया था। उसी के दबाव में पुलिस ने सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मृतक की पत्नी सुखलेश ने नौकरी व दोनों बच्चों को स्कूल में पढ़ाने की माग की है। सुखलेश ने थानाध्यक्ष राशिद अली खान पर शनिवार की देर शाम घर में घुसकर अभद्रता करने और दबाव बनाने का आरोप लगाया। कहा यह 15 दिन से आरोपितों से साठगाठ कर उनका बचाव कर रहे थे। सुखलेश ने सभी आरोपितों को फासी देने की माग की है।
बहुजन क्राति मोर्चा के अध्यक्ष अनुज यादव ने कहा एक ही समाज के लोगों को पुलिस-प्रशासन दबाता रहा है। सभी लोगों से बाबा भीमराव आंबेडकर के बनाए गए कानून का पालन करने अनुरोध किया। उन्होंने क्षेत्र में दलित समाज के लोगों की हो रही हत्याओं को रोकने का पुलिस से अनुरोध किया। अखिल भारतीय युवा संघ के अध्यक्ष महावीर प्रसाद मौर्य ने भी पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि सुरेंद्र सिंह हत्याकाड में आरोपितों से भोजपुर पुलिस ने साठगाठ की थी, जिसकी वजह से सुरेंद्र सिंह की हत्या हुई। इस मौके पर विक्रम सिंह प्रधान, दौलत सिंह, गौरव भाई, गुड्डू, आदित्य, राज, अशोक कुमार, हरि सिंह आदि मौजूद रहे। एसडीएम व सीओ ने मृतक की पत्नी को 8.25 लाख रुपये देने का किया वादा
एसडीम सदर ने कहा कि सरकार की तरफ से जो भी मदद होगी वह की जाएगी। मृतक की पत्नी ने नौकरी व बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ाने की माग अधिकारियों से की। जाति मुक्ति भारतीय संघ के अध्यक्ष चंदन सिंह रैदास ने कहा अगर यह मागे दो-तीन दिन में पूरी नहीं होती हैं तो जिलाधिकारी व एसएसपी कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया जाएगा।