Coronavirus:पंजाब से पैदल चलकर आए 50 यात्रियों को पुलिस ने सीमा पर रोका Rampur News
जिले की सीमाएं सील के चलते प्रशासन ने रोका कैंप में ठहराया गया सभी को। कैंप परिसर में बेहद मच्छर महिलाएं बोलीं- बच्चों को मक्खी-मच्छर से बीमारियां होने का खतरा।
रामपुर,जेएनएन। प्रशासन द्वारा कस्बों, थानों, जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं। इसके बावजूद प्रशासन की लापरवाही के चलते लोग पैदल हाईवे पर जाते हुए दिखाई दिए। बुधवार को हाईवे पर पंजाब के लुधियाना से पैदल चलकर आए आधा दर्जन यात्रियों को पुलिस ने नगर की सीमा पर रोका। सभी लोग पैदल घर जाने की जिद करने लगे। पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत किया। सभी यात्रियों को प्राइवेट वाहन में बैठाकर नगर में बनाए कैंप ले जाएगा। कैंप में 50 लोगों को ठहराया गया है। पुलिस और प्रशासन द्वारा उनके खाने और पीने की व्यवस्था की जा रही है। यात्रियों का कहना था कि रात के समय मच्छर बेहद काटते हैं, जिसके कारण उन्हें पूरी रात नींद नहीं आती है। महिलाओं ने बताया कि उनके साथ छोटे-छोटे मासूम बच्चे भी हैं। बच्चों को मक्खी-मच्छर इत्यादि से बीमारियां होने का खतरा है। यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिए सीएचसी प्रभारी डॉ. मोहित रस्तोगी स्वास्थ्य विभाग टीम के साथ पहुंचे। दोपहर तीन बजे उन्होंने यात्रियों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। उन्हें साफ-सफाई रखने, मुंह पर मास्क लगाने, बुखार, जुखाम, सूखी खांसी या सांस लेने में तकलीफ महसूस होने पर तत्काल पुलिस या स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने के लिए कहा। लोगों ने उन्हें बताया कि इतने संख्या में लोग कैंप में ठहराए गए हैं। किसी भी व्यक्ति की टेंपरेचर मशीन या अन्य तरीकों से जांच नहीं की गई है। ऐसे में अगर किसी व्यक्ति को भी कोरोना संक्रमण हुआ तो कैंप में ठहरे हुए सभी यात्रियों को खतरा पैदा हो सकता है। यात्रियों ने पीएचसी प्रभारी से मांग की कि यात्रियों की स्वास्थ्य जांच की जाए। अगर किसी व्यक्ति में कोई लक्षण पाए जाते हैं तो उसे अलग कमरे में ठहराया जाए। पीएचसी प्रभारी ने उनसे कहा कि ऐसा कोई भी लक्षण किसी यात्री में दिखाई नहीं दे रहा है। फिर भी स्वास्थ्य विभाग की टीम आप लोगों की समय-समय पर जांच करने आती रहेगी।
गुपचुप तरीके से सीमा में हो रहे थे दाखिल
एसडीएम डॉ. ज्योति गौतम ने बताया कि सीमाएं सील करने के बावजूद भी गुपचुप तरीके से लोग पैदल चलकर नगर की सीमा में दाखिल हो रहे हैं। ऐसे लोगों को पुलिस की सहायता से कैंप भिजवाया जा रहा है। सामाजिक संस्थाओं और ग्राम प्रधानों द्वारा कैंप में ठहरे लोगों के लिए भोजन और स्वच्छ पानी की व्यवस्था की जा रही है। प्रशासन इन लोगों के खाने-पीने का प्रबंध भी अपनी ओर से कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम समय-समय पर जाकर कैंप में ठहराए यात्रियों की जांच भी कर रही है।