पुलिस ने बच्चों से सुनी दंपती के बीच दरार की दास्तां
महिला हेडकांस्टेबल कविता चौधरी हत्याकांड में पुलिस भी कन्फ्यूज।
मुरादाबाद : महिला हेडकांस्टेबल कविता चौधरी हत्याकांड में पुलिस भी कन्फ्यूज हो रही है। क्राइमसीन और पोस्टमार्टम रिपोर्ट दोनों ही हत्या की ओर इशारा कर रहे है। फिर भी पुलिस पूरे मामले में फोरेंसिक एक्सपर्ट की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। बुधवार को पुलिस ने महिला हेडकांस्टेबल के दोनों बच्चों को मझोला थाने में बुलाकर करीब दो घंटे बयान दर्ज किए। बच्चों ने पापा-मम्मी के रवैये से लेकर उनके बीच होने वाली तकरार के बारे में जानकारी दी। हालांकि उक्त तथ्यों का हत्याकांड से कोई लेना देना नहीं है। बच्चों ने पुलिस को मामा कर्मवीर के साथ से लेकर ताऊ के पास रहने की जानकारी दी।
बिजनौर के थाना चमनपुर स्थित ग्राम बसेड़ी की रहने वाली कविता चौधरी (42) मुरादाबाद के पाकबड़ा थाने में हेडकांस्टेबल पद पर तैनात थी। उनके पति प्रमोद कुमार रामपुर के सैफनी थाना में बतौर दारोगा तैनात है। मझोला के बुद्धि विहार में अपने आवास में कविता चौधरी का शव बेडरूम में मिला था। मेन गेट अंदर से बंद था, जबकि दूसरा गेट खुला हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सांस घुटने से महिला की मौत होना सामने आया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट व क्राइमसीन हत्या की ओर इशारा कर रहे हैं। सिर्फ कुछ तथ्य ऐसे हैं, जो पुलिस के लिए उलझन पैदा कर रहे हैं। यही कारण है कि क्राइमसीन और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर लखनऊ लैब के एक्सपर्ट की राय ली जा रही है। बुधवार को पुलिस ने कविता चौधरी के बेटे हर्ष और बेटी खुशी को मझोला थाने में बुलाया था। बच्चों ने मम्मी को गुस्सैल बताया। बच्चों से मामा और ताऊ के साथ मेरठ में बिताए गए समय के बारे में भी पूछताछ की है। इंस्पेक्टर विकास सक्सेना का कहना है कि हत्या में पुलिस इस केस से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति से पूछताछ करेगी। साथ ही फोरेंसिक एक्सपर्ट की राय को भी उनके बयानों से जोड़कर देखा जाएगा।