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हल्दी पाउडर व बेसन में मिला जहरीला केमिकल रंग

बाजार से हल्दी पाउडर या बेसन खरीद रहे हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि उसमें मिलावट है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 03:08 AM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 03:08 AM (IST)
हल्दी पाउडर व बेसन में मिला जहरीला केमिकल रंग
हल्दी पाउडर व बेसन में मिला जहरीला केमिकल रंग

मुरादाबाद,जासं: बाजार से हल्दी पाउडर या बेसन खरीद रहे हैं तो सावधान हो जाएं, क्योंकि उसमें केमिकल रंग मिला हो सकता है। जिसके खाने से लोगों की मौत भी हो सकती है। गुटखा में कत्था के स्थान पर गैंबियर मिलाया जा रहा है। राजकीय जन विश्लेषण प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट में यह पर्दाफाश हुआ है। खाद्य प्रशासन ने तीन दुकानदारों का लाइसेंस निरस्त कर दिया है और मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।

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खाद्य प्रशासन ने शिकायत के आधार पर 10 सितंबर को दुर्गा जनरल स्टोर कोठीवाल नगर से पिसी हुई हल्दी और 28 जुलाई को नमकीन बनाने वाले सोनू निवासी ढक्का थाना मझोला से बेसन का नमूना लिया था। इसी तरह से ठाकुरद्वारा कस्बे के मयंक अग्रवाल की दुकान से गगन पान मसाला का नमूना लिया था। तीनों नमूनों को जांच के लिए राजकीय जनविश्लेषण प्रयोगशाला भेजा गया।

अभिहित अधिकारी बिनोद कुमार ने बताया कि तीनों की जांच रिपोर्ट मिल गया है। हल्दी पाउडर व बेसन में केमिकल रंग (टेट्राजीन) पाया गया है। गुटका में कत्था के स्थान पर गैंबियर मिलाया हुआ था। रंग व गैंबियर के खाने से लोगों की मौत तक भी हो सकती है। इसलिए तीनों दुकानदारों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं। विशेष न्यायालय में वाद दायर करने की तैयारी की जा रही है। धीमे जहर की तरह करते हैं काम

टेट्राजीन रंग का प्रयोग वाहन आदि की रंगाई आदि में किया जाता है। इसमें जहरीला केमिकल मिला होता है। जिसके खाने से लीवर गुर्दा आदि खराब हो जाते हैं। यह लोगों में धीमे जहर की तरह काम करता है। इस तरह के रंग खाने वाले पदार्थों में मिलाने पर पूरी तरह से रोक है। गैंबियर का हवाई जहाज आदि को रंगने में प्रयोग किया जाता है। जिसमें जानलेवा केमिकल के साथ शीशा मिला होता है। जिससे लीवर क्षतिग्रस्त करने के साथ जीभ व गाल में जख्म हो जाता है। चिकित्सक की राय

टेट्राजीन रंग व गैंबियर अखाद्य श्रेणी का रंग है। इसे खाने की किसी भी वस्तु में नहीं मिलाया जा सकता है। इस तरह के रंग के खाने से कैंसर, लीवर व किडनी क्षतिग्रस्त हो जाती है। इसके खाने से भूख कम लगती है। खाने में स्वाद नहीं मिलता है। बराबर पेट खराब रहता है।

डा. राजेंद्र कुमार

चिकित्सा अधीक्षक

जिला अस्पताल मुरादाबाद पांच खाद्य पदार्थों के नमूने लिए

मुरादाबाद : खाद्य सुरक्षा प्रशासन की टीम ने नवरात्र के अवसर मिलावटी खाद्य पदार्थों पर रोक लगाने के लिए अभियान चलाया। शहर के विभिन्न स्थानों पर जाकर पांच खाद्य पदार्थों का नमूना लिया। अभिहित अधिकारी बिनोद कुमार ने बताया कि टीम के साथ कांठ रोड स्थिति ग्रेसियस मार्ट और कृष्णा प्रोविजन स्टोर से किसमिस, कुट्टू का आटा, सिघाड़े का आला, आनंद मिल्क, पनीर के नमूने लिए गए हैं। सभी नमूनों को जांच के लिए राजकीय जन विश्लेषण प्रयोगशाला भेज दिया है। नमूना लेने में खाद्य अधिकारी श्रीप्रकाश, जगदंबा प्रसाद, सहरिश सादात, शामिल थे।


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