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नालों पर अतिक्रमण से सम्भल के लोग बेहाल, पसरी गंदगी से जीना मुहाल

केंद्र व प्रदेश सरकार स्वच्छता को लेकर मुहिम चला रही है तो सम्भल में यह फेल है। शहर के अंदर नाले तो भरपूर हैं लेकिन साफ सफाई नदारद।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Dec 2018 12:03 PM (IST)Updated: Sat, 15 Dec 2018 12:03 PM (IST)
नालों पर अतिक्रमण से सम्भल के लोग बेहाल,  पसरी गंदगी से जीना मुहाल
नालों पर अतिक्रमण से सम्भल के लोग बेहाल, पसरी गंदगी से जीना मुहाल

मुरादाबाद । सम्भल जिले के शहर चन्दौसी में अधिकांश नालों पर लोगों ने कब्जा करके उन पर निर्माण भी कर लिया है। हालत यह है कि नालों में पॉलीथीन जाने के चलते वह चोक हो गए हैं और अतिक्रमण के चलते वह साफ नहीं हो पा रहे हैं। इसके चलते पानी निकाली की समस्या भी बन रही हैं, लेकिन पालिका का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। प्रदेश के नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने दैनिक जागरण का हवाला देते हुए शहर की साफ- सफाई सुनिश्चित करने और अवैध कब्जे हटाने के लिए चन्दौसी की नगर पालिकाध्यक्ष इंदु रानी को पत्र लिखा है। उन्होंने शहर व्यवस्था बेहतर कराने और शहर में अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए है, लेकिन पत्र मिलने के बाद भी नगर पालिका एक्शन में नहीं आई है।

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चन्दौसी में अतिक्रमण हटाने को नहीं बनाई गई कोई कार्ययोजना

अधिकांश नालों के ऊपर पर कुछ लोगों ने अपनी दुकान बना ली हैं तो कुछ ने ठेला खड़ा करके कब्जा कर लिया है। सबसे अधिक समस्या शहर के मुहल्ला, विसौली गेट, गऊ शाला रोड, फब्बारा चौक, सुभाष रोड, नगर पालिका के सामने, जारई गेट, सम्भल गेट, घटिया गेट में लोगों ने नालों पर कब्जा कर रखा है, लेकिन इसके बाद भी पालिका नालों को कब्जा मुक्त कराने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रही है। शहर के अंदर लगभग दो दर्जन नालों पर लोगों ने कब्जा कर रखा है।

सम्भल में भी नहीं होती नालों की सफाई

यही हाल सम्भल शहर का है। केंद्र व प्रदेश सरकार स्वच्छता को लेकर मुहिम चला रही है तो सम्भल में यह फेल है। शहर के अंदर नाले तो भरपूर हैं लेकिन साफ सफाई नदारद। तमाम नाले जो मुख्य सड़क पर है और जिधर से अफसर गुजरते हैं उसकी सफाई तो हो रही है लेकिन शहर के अंदरूनी भाग के नालों को वैसे का वैसा छोड़ दिया जाता है। कुछ नालों पर तो बाकायदा दुकानदारों ने स्लैब डालकर कब्जा भी कर रखा है। इससे वहां सफाई मुश्किल है और बरसात के समय वही जगह सबसे ज्यादा पानी का कटोरा बनता है। जागरण ने शहर के अंदर की इस प्रमुख समस्या को अपने प्लान का हिस्सा बनाया है। जब मौके का जायजा लिया गया तो तस्वीरें ऐसी दिखीं जो साफ सफाई की कहानी खुद ब खुद कह रही थी। बरसात में हो जाता है जगह- जगह जलभराव शहर में काफी दिनों से नाले-नालियों की सफाई न होने से गंदगी पसर रही है। अधिकांश मुहल्लों में जगह जगह कूड़े के ढेर लगे हैं और नाले नालियों की समय से सफाई न होने से वह चोक हो गये हैं। बरसात में नाले व नालियां उफनने लगती हैं और उसका गंदा पानी लोगों के घरों, दुकानों व सड़क पर आ जाता है जिससे अनेक प्रकार की बीमारियां व संक्रामक रोग फैलने का भय बना हुआ है। इसकी शिकायत लोगों ने कई बार नगर पालिका के अधिकारियों से की लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका है। शहर में छोटे बड़े 80 नाले हैं जिसमें ज्यादातर नाले चोक पड़े हैं। कुछ लोगों ने अपनी दुकानों के आगे स्लैब लगा लिये हैं जिसके कारण नालों में ठीक से सफाई नहीं हो पाती है। बरसात के मौसम में शहर के मुहल्ला नाला, जिलाअस्पताल, यशोदा चौराहा, फतेहउल्ला सराय, नखासा में सड़क पर जलभराव हो जाता है। इसकी शिकायत लोगों ने नगरपालिका के अधिकारियों से की है लेकिन इसका समाधान नहीं हो सका है।


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