Lockdown in Moradabad: लॉकडाउन के चलते गांव की चौपाल सूनी, सब्जी और फल बेच रहे लोग Moradabad News
महमूदपुर माफी में लॉकडाउन की वजह से सूनी पड़ीं साहबों वाली चौपाल। लॉकडाउन के चलते जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मुरादाबाद,जेएनएन। महमूदपुर माफी ब्लॉक कुंदरकी का सबसे बड़ी आबादी का गांव माना जाता है। यहां के लकड़ी कारोबार की आसपास के जिलों में भी अच्छी पहचान है। इस लॉकडाउन की वजह से लकडिय़ां मंडी में पड़ी हैं। गांव में सन्नाटा है। बाहर से काम छोड़कर आए लोग फल और सब्जी बेचकर अपना गुजारा कर रहे हैं।
गांव महमूदपुर माफी की आबादी 20 हजार से अधिक है। यहां की गलियों में अब सन्नाटा है। गांव की मशहूर खां साहबों की चौपाल भी सूनी पड़ी है। यह चौपाल गांव की मुख्य चौपाल मानी जाती है। शाम को नन्हे खान साहब ही अकेले बैठे रहते हैं, अब यहां कोई नहीं आता है। लकड़ी मंडी भी सूनी पड़ी है। इस गांव के अधिकतर लोग बाहर काम करने जाते थे, लेकिन इस समय सभी लोग अपने घरों पर आ चुके हैं। कुछ लोगों ने छोटा छोटा काम करना शुरू कर दिया है। इन लोगों का अब मानना है कि बाहर जाने से अभी कोई फायदा नहीं होगा। अब घर पर ही रहकर काम का कोई सिलसिला तलाशा जाएगा।
लकड़ी कारोबारी अख्तर अली का कहना है कि लॉकडाउन के चलते लकड़ी मंडी में सन्नाटा छाया हुआ है। सभी कारोबारी अपने-अपने घरों पर लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं।
नन्हे खां बताते हैं कि लॉकडाउन होने से पहले लोग सुबह होते ही चौपाल लगा लेते थे और लॉकडाउन होने के बाद अब हम अकेले ही बैठे रहते हैं। अब चौपाल भी सूनी पड़ गई है।
अरमान अंसारी का कहना है कि जब बाजार खुलता था तो हम दुकानदार एक-दूसरे के यहां नहीं जा पाते थे। अब लॉकडाउन में सब बंद है तो फिर भी घर से बाहर नहीं जा रहे हैं। हम लॉक डाउन का पूरा पालन कर रहे हैं।