Panchayat Election 2021 : मुरादाबाद के कई गांवों में आबादी से ज्यादा हो गए मतदाता, जांच शुरू
Panchayat elections in Moradabad डीएम ने 16 गांवों पर जांच बैठाई जल्द होगा खुलासा। जांच के बाद पकड़ में आएंगे वोट बढ़ाने वाले खिलाड़ी। प्रदेश में 237 ऐसे गांव हैं जिनमें आबादी के अनुपात में 100 फीसद से भी अधिक वोटर हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। प्रदेश भर में मतदाता सूची का पुनरीक्षण होने के दौरान सैकड़ों की संख्या में ऐसे गांव हैं, जिनमें आबादी से अधिक मतदाता बन गए। इसे लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। हर जिले में ऐसे गांव की छंटनी करके जांच कराई जा रही है। मुरादाबाद जिले के 16 गांव ऐसे हैं, जिन पर जांंच बैठा दी गई है। उप जिलाधिकारियों को जांच करके रिपोर्ट देनी है। जांच के बाद वोट बढ़ाकर हार-जीत कराने वाले खिलाड़ी पकड़ में आ सकते हैं।
मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण के दौरान ग्रामीण क्षेत्र के दो लाख 37 हजार 388 नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूचियों में शामिल किए गए। पुनरीक्षण के दौरान एक लाख 41 हजार 430 लोगों का नाम मतदाता सूची से हटाया गया है। ऐसे लोगों के नाम सूची से काटे गए हैं। इसमें तमाम ऐसे मतदाता हैं, जो गांव में नहीं रहते हैं। कुछ ऐसे मतदाता हैं, जिनकी मौत हो चुकी है। इस तरह पुनरीक्षण के दौरान मतदाता सूचियों में 95 हजार 958 मतदाता बढ़े हैं। शनिवार को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होना था। लेकिन, अपर निर्वाचन आयुक्त, राज्य निर्वाचन आयोग, उत्तर प्रदेश वेदप्रकाश वर्मा का डीएम को पत्र मिल गया। पत्र में कहा गया है कि गोण्डा, सम्भल, गौतमबुद्धनगर और मुरादाबाद जिलों में परिसीमन की कार्रवाई 18 जनवरी को पूर्ण कर ली गई है। चारों जनपदों के आंशिक रूप से प्रभावित हुई सभी ग्राम पंचायतों के मतदाताओं को परिसीमन के बाद की परिस्थितियों के अनुसार सॉफ्टवेयर में परिवर्तित किया जाना है। इस काम को पांच फरवरी तक पूर्ण किया जाना है। इसकी ड्राफ्ट निर्वाचक नियमावली तैयार होंगी। इसके बाद आयोग इनके विशेष पुनरीक्षण और अंतिम प्रकाशन के लिए कार्यक्रम जारी होगा। नई ग्राम पंचायतों की मतदाता सूचियां फाइनल होने के बाद ही अंतिम प्रकाशन होगा। प्रदेश में 237 ऐसे गांव हैं, जिनमें आबादी के अनुपात में 100 फीसद से भी अधिक वोटर हैं। सहायक निर्वाचन अधिकारी बालकिशन ने बताया कि मुरादाबाद के 16 गांवों में भी आबादी के हिसाब से वोटरों का प्रतिशत अधिक है। ऐसे गांवों की जांच कराई जा रही है। उपजिलाधिकारी इन मामलों की जांच करके रिपोर्ट अपर जिलाधिकारी को सौंपेंगे। इसके बाद मामले में दोषी पकड़े जाने पर कार्रवाई होगी।