Health services : ऑक्सीजन सिलेंडर अब दो सौ रुपये तक महंगा, दो माह में बढ़े इतने दाम
Health services 12 टन ऑक्सीजन गैस प्रतिदिन मंडल में हो रही खपत। 48 रुपये प्रति किलोग्राम से कार्मशियल गैस के ले रहे पैसे। अभी गैस की नहीं है कमी।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना काल में ऑक्सीजन गैस भी महंगी हो गई है। पवन ऑक्सीक्योर और क्वात्रा गैस एजेंसी मंडल के नर्सिंग होम में लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रही है। कंपनी से 17.40 पैसे प्रति किलोग्राम का रेट निकाला गया है लेकिन, अस्पतालों में बड़े सिलेंडर पर 250 के बजाए 500 रुपये सिलेंडर वसूले जा रहे हैं।
जिले के ज्यादाता नर्सिंग होम में इसी हिसाब से गैस उपलब्ध कराई जा रही है। पीतल उद्याेग में वेल्डिंग के लिए इस्तेमाल होने वाली गैस 48 रुपये प्रति किलो के हिसाब से दी जा रही है। इससे हस्तशिल्पियों के काम पर भी इसका असर पड़ा है। एल-टू अस्पताल के नोडल डॉ संजीव बेलवाल ने बताया कि जरूरत के हिसाब से हमें भरपूर ऑक्सीजन मिल रही है। अभी तक गैस की कमी नहीं पड़ी है। एक टन से ज्यादा गैस एल-वन, एल टू में खप चुकी है। अभी भी अस्पताल में सिलेंडर भरे हुए रखे हैं।
ऑक्सीजन को लेकर मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं। पहले हम लोगों को 250 रुपये में बड़ा सिलेंडर मिल जाता था। अब उस सिलेंडर के 500 रुपये ले रहे हैं। दूसरा विकल्प नहीं होने से उनके दाम के हिसाब से गैस खरीदनी पड़ रही है।
डॉ रवि गंगल, बाल रोग विशेषज्ञ
हमारे नर्सिंग होम में बड़ा ऑक्सीजन सिलेंडर आता है। पहले ये सिलेंडर 300 रुपये तक मिल जाता था। पिछले दो माह से 250 रुपये बढ़ाकर लिए जा रहे हैं। वेंडर कहते हैं महंगी ऑक्सीजन मिलने की वजह से ये दिक्कत हो रही है।
डॉ प्रतीक गर्ग, बाल रोग विशेषज्ञ
लिक्विड ऑक्सीजन के दाम नहीं बढ़े हैं। ऑक्सीजन की जिले में कमी भी नहीं है। प्रयास किया जा रहा है कि खपत के हिसाब से सबको कंपनी द्वारा ऑक्सीजन मिल रही है। दाम बढ़े हुए लिए जा रहे हैं। इसकी जानकारी करेंगे। नरेश दीपक मोहन, औषधि निरीक्षक