Move to Jagran APP

नगर निगम की सरकार का एक साल पूरा, कार्य कहीं पूरा कहीं अधूरा

नगर निगम की सरकार बने एक साल पूरा हो चुका है लेकिन महानगर में विकास कार्य अधूरा पड़ा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Dec 2018 10:05 AM (IST)Updated: Fri, 14 Dec 2018 10:05 AM (IST)
नगर निगम की सरकार का एक साल पूरा, कार्य कहीं पूरा कहीं अधूरा
नगर निगम की सरकार का एक साल पूरा, कार्य कहीं पूरा कहीं अधूरा

मुरादाबाद : नगर निगम की सरकार बने एक साल पूरा हो चुका है। सरकार चुने जाने से पहले महानगर की जनता से ढेरों वादे किए गए। एक साल में बहुत से कार्य हुए, लेकिन ढेरों अभी शुभारंभ का इंतजार कर रहे हैं। महापौर के पिछले कार्यकाल के कार्य भी अधूरे पड़े हुए हैं। अभी पेयजल सुविधाओं से लेकर सड़क आदि की सुविधाओं के बेहतर होने का इंतजार महानगर को है। मुरादाबाद को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल किया गया, लेकिन अभी तक उस पर ऐसा कोई कार्य शुरू नहीं हो पाया है जो उत्साहजनक हो। इस एक साल में बहुत से काम हुए और बहुत से कार्य होने बाकी हैं।

loksabha election banner

स्वच्छता अभियान के बावजूद कूड़े के ढेर

प्रधानमंत्री का अभियान होने के बावजूद महानगर में स्वच्छता की स्थिति को बेहतर नहीं कहा जा सकता है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। पिछली बार मुरादाबाद दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी महानगर की सफाई व्यवस्था पर नाराजगी जताई थी। महानगर में डोर टू डोर कूड़ा उठाने इसी महीने शुरू किया गया है। महानगर में कूड़ा डालने के लिए सैकड़ों की संख्या में डस्टबिन लगाए गए, लेकिन उनमें कूड़ा डालने के बजाय आसपास कूड़ा फेंक रहे हैं। नगर निगम की कार्यकारिणी में कूड़ा फैलाने वालों पर जुर्माने का प्रस्ताव पारित हुआ था, जिसे प्रभावशाली ढंग से लागू नहीं करा पाए।

प्रतिबंध के बाद भी बिक रही पालीथिन

शासन के निर्देश पर पालीथिन पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इसके बाद नगर निगम ने जबरदस्त कार्रवाई शुरू और कुछ ही दिन में पालीथिन शहर में दिखाई देना बंद हुई। लेकिन जैसे ही अभियान शिथिल पड़ा वैसे ही शहर में पहले की तरह पालीथिन की भरमार हो गई। सभी दुकानों और बाजारों में पालीथिन खुलेआम प्रयोग हो रही है। शासन के निर्देशों का भी नगर निगम पालन नहीं कर सका।

सड़कों पर चलना मुहाल

महानगर की सड़कों की स्थिति बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती है। नगर निगम इस दिनों सड़कें तो बनवा रहा है, लेकिन उनकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। उसकी खामी छिपाने के लिए उस पर कैमिकल मिश्रित काला रेत डालकर पर्दा डालने का प्रयास हो रहा है। महानगर की सड़कें सीवर लाइन की खुदाई के बाद से चलने लायक नहीं रह गई हैं। सीवर लाइन डाल रही कंपनी ने खुदाई के बाद जो सड़कें बनाकर दी है उनमें जगह-जगह गड्ढे होने से चलने में भी खतरा है। नगर निगम के कमजोर नियंत्रण के कारण स्थिति खराब हुई।

पिछले एक साल में लगे कई धब्बे

एक साल में महानगर में कई ऐसे कार्य हुए जो धब्बा लगाने वाले रहे। इसमें ईद पर पर पीतलनगरी के कालोनी में खून मिश्रित पानी पहुंचा तो लोगों ने हंगामा किया। खुदाई के बाद पता चला कि पेयजल लाइन नाली में होकर जा रही थी और वर्षो पुरानी होने के कारण लीकेज हो चुकी थी। इसके बाद लाइन बदली गई, लेकिन अभी जलकल विभाग को यह नहीं पता कि महानगर में किन-किन स्थानों पर पाइप जर्जर स्थिति में हैं। आए दिन इस दूषित पेयजल आपूर्ति की शिकायतें बनी हुई हैं। वहीं नर्सरी की जमीन कर्मचारी यूनियन को आंवटन को लेकर हुआ विवाद अभी ज्यादा दिन पुराना नहीं है। इसमें नगर निगम की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास हुआ, लेकिन नगर निगम में उसमें भी बैकफुट पर नजर आया। अभी विवाद का समाधान नहीं हो पाया है।

कर्मचारियों के पीएफ में भी कर दिया घोटाला

नगर निगम से ठेका लेकर कार्य कर रही कंपनी ने कर्मचारियों के पीएफ में भी घोटाला कर दिया गया। सफाई कर्मचारियों के वेतन से पीएफ में जाने वाला हिस्सा तो काटा गया, लेकिन जिस कंपनी के लिए काम कर रहे थे उसने अपना हिस्सा जमा नहीं कराया। जब मामला खुलकर आया तो करोड़ों रुपये का हेरफेर था। यह रुपया अभी तक जमा नहीं हो पाया है।

फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने

नगर निगम से फर्जी प्रमाण पत्र होने के कई मामले सामने आए। इसके आधार पर क्लेम के नाम पर लाखों रुपये बीमा कंपनियों से ठगों ने हड़प लिए।

बरसात में चली महानगर में नाव

स्मार्ट सिटी की हकीकत यह रही कि बरसात के दिनों में शहर के बीचो-बीच भोलानाथ कालोनी में जलभराव हो गया। स्थिति यह हो गई कि कालोनी से निकलने का रास्ता भी पूरी तरह से बंद हो गया। इसके बाद लोगों की मदद के लिए नाव चलवानी पड़ी।

अभी इनके पूरे होने का इंतजार

सभी वार्डो में आवश्यकता के अनुसार सफाई कर्मियों की तैनाती ,सीवर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का चालू होना,ट्रंचिंग ग्राउंड में कूड़े से बिजली बनाए जाने का प्लांट चालू कराना,शहर के पार्को की स्थिति में सुधार

कर उनका सुंदरीकरण,महानगर की सड़कों से अतिक्रमण हटवाया जाना,महानगर में जगह-जगह सड़कों पर लगने वाले फड़ बाजारों को हटकर उनके लिए निश्चित स्थान उपलब्ध कराना,वेंडिंग जोन बनाए जाने का प्रस्ताव लागू करना,महानगर के नालों का निर्माण पूरा करना,महानगर के विभिन्न स्थानों पर पार्किंग बनवाना

तेजी से हो रहा विकास कार्य : महापौर

पिछले एक साल में विकास कार्य तेजी से हुए हैं। पूरे शहर में एलइडी लाइट लगवा दी गई, सड़कों गड्ढा मुक्त करने के साथ ही नई सड़के तेजी से बनाई जा रही हैं। सफाई व्यवस्था को बेहतर करने के लिए नगर निगम ने वाहन और किट देकर डोर टू डोर कूड़ा उठवाने का इंतजाम कराया, पुराने नालों को तोड़कर नए सिरे आरसीसी में बनवाया जा रहा है, लोगों की जितनी भी समस्याएं आती हैं उनका निस्तारण तत्काल प्रभाव से होता है। एक साल में इतने कार्य करना बड़ी उपलब्धि है। हमने शहर में जगह-जगह शौचालय भी बनवाए हैं। विनोद अग्रवाल, महापौर।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.