Moradabad coronavirus news update : अब लक्षण दिखाई देने पर ही दोबारा होगी कोरोना की जांच
आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों को कराया जा रहा 12 दिन के लिए क्वारंटाइन। मरीज के भर्ती होने के बाद कोई लक्षण नहीं मिले तो कर दी जाएगी छुट्टी।
मुरादाबाद, जेेएनएन। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता ही बीमारी को मात दे रही है। अब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी इसी फार्मूले पर काम कर रहे हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीज में अगर कोई लक्षण नहीं हैं तो उसकी दोबारा जांच नहीं होगी। 12 दिन के प्रोटोकाल के बाद मरीज को पत्र देकर डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
दूसरी बीमारी से पीडि़त मरीज ही कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे लोगों को मुरादाबाद के टीएमयू में रखकर इलाज किया जा रहा है। जिन मरीजों में बुखार, खांसी या अन्य कोई लक्षण नहीं हैं तो उन्हें अस्पताल में एल-1 और एल-2 की श्रेणी में रखा जा रहा है। उन मरीजों के स्वास्थ्य का परीक्षण प्रतिदिन करने
के साथ ही उनकी मेडिकल हिस्ट्री भी बनाई जा रही है। जिससे कि उन्हें किसी तरह की दिक्कत न उठानी पड़े। बिना लक्षण वाले मरीजों की 10 से 12 दिन में सर्टिफिकेट के साथ छुट्टी कर दी जाएगी। मंगलवार को विवेकानंद नर्सिंग कालेज हॉस्टल से दो लोगों को छुट्टी दी गई। इनमें एक 55 वर्षीय महिला और उनका 11 वर्षीय नवासा था। ये दोनों झब्बू का नाला के रहने वाले हैं।
नई व्यवस्था के तहत बिना लक्षण के मरीजों की जांच दोबारा नहीं कि जायगी। उनके आइसोलेशन पीरियड को पूरा कराने के बाद डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। 10 से 12 दिन मरीजों को रखा जा रहा है। मंगलवार को भी कुछ लोगों को डिस्चार्ज किया गया है।
-डॉ एमसी गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी।
जिला अस्पताल में अब थर्मल इमेजर स्केनर से स्क्रीनिंग
जिला अस्पताल में अब एक साथ पांच लोगों की स्क्रीनिंग हो सकेगी। मंगलवार को जिला अस्पताल में थर्मल इमेजर कैमरा इंस्टाल कर दिया गया है। 99 डिग्री से ज्यादा टैंप्रेचर होने पर इमेज गायब हो जाएगी। इसके बाद मरीज का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। 99 डिग्री से कम टैंप्रेचर होने पर पूरे शरीर की स्क्रीङ्क्षनग हो जाएगी। मंगलवार को कॉर्पोरेशन से मशीन आने के बाद कोरोना स्क्रीनिंग लेपटॉप से ऑपरेट किया जाएगा। इसके लिए चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेन्द्र कुमार और डॉ रजनीश कुमार को प्रशिक्षण दिया गया है। कम्पनी के इंजीनियरों ने मशीन इंस्टाल कर दी है। इसमें आठ जीबी तक डाटा रख सकते हैं। 10 डिग्री से 50 डिग्री सेल्सियस तक में ये मशीन ऑपरेट हो जाएगी। तीन से पांच फीट तक फैसले पर खड़े व्यक्ति की स्क्रीनिंग हो जाएगी। थर्मल इमेजर कैमरा करीब चार लाख रुपये का है। फिलहाल ये मशीन कोरोना स्क्रीङ्क्षनग ओपीडी में रखी गई है। जिससे यहां आने वाले कोरोना आशंकितों की जांच हो सके।
थर्मल स्क्रीनिंग कैमरे से पांच लोगों की एकसाथ जांच हो जाएगी। इससे यहां आने वाले मरीजों का दबाव भी कम हो जाएगा। 99 डिग्री से ज्यादा बुखार के मरीजों की कोरोना की जांच भी कराई जा सकेगी। गंभीर मरीज को लक्षण के आधार पर आइसोलेट भी किया जायेगा।
-डॉ ज्योत्सना उपाध्याय पंत, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल।