अब मन कक्ष में होगा मानसिक रोगियों का उपचार, मिलेगी ये सुविधाएं
मानसिक रोगों के सामान्य लक्षणों की जानकारी देकर बचाव की भी जानकारी दी जाएगी जबकि गंभीर मानसिक रोगियों को चिन्हित कर उचित इलाज के लिए बाहर भेजा जाएगा।
रामपुर। मानसिक रोगियों के उपचार के लिए अब बड़े अस्पतालों में जाकर जेब ढीली नहीं करनी होगी। सरकार ने तय किया है कि प्रत्येक जिले में इनके उपचार की सुविधा हो, इसके लिए राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत सभी जिला अस्पतालों में मन कक्ष की स्थापना की जाएगी। यहां मनो चिकित्सक की नियुक्ति होगी। जनपद में इसकी शुरुआत हो चुकी है।
जिला अस्पताल में मन कक्ष की स्थापना कर दी गई है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश गंगवार को जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिलेे में अभी तक मानसिक रोगियों के उपचार की जिले में कोई सुविधा नहीं है। इसके लिए मुरादाबाद या बरेली जाना पड़ता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। मानसिक रोगियों को यहां भी उपचार दिया जा सकेगा। हालांकि अभी कोरोना के कारण इसमें थोड़ा समय लग सकता है। फिलहाल जिला अस्पताल में मन कक्ष बना दिया गया है। यहां मानसिक तनाव एवं आंशिक रूप से मानसिक रोगों के लक्षणों वाले रोगियों का इलाज किया जाएगा।
मानसिक रोगी को अस्पताल लाने के लिए एम्बुलेंस सेवा मुफ्त
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुबोध कुमार शर्मा ने बताया कि जिले में कही भी मानसिक रोगी को जिला अस्पताल में इलाज के लिए निश्शुल्क एम्बुलेंस 108 या अवश्यकता पडऩे पर एम्बुलेंस 102 का प्रयोग भी किया जा सकेगा। जिला अस्पताल की ओपीडी में ही अलग मन कक्ष की स्थापना कर दी गई है। जल्द ही यहां मनो चिकित्सक, समाज सेवी एवं अन्य स्टाफ की नियुक्ति की जाएगी। एसीएमओ डॉ. राजेश गंगवार को जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसके अलावा काउंसिलिंग के लिए स्वयं सेवी संगठन आयुर्जीवनम सेवा समिति के स्प्रिचुअल थेरेपिस्ट डॉ. कुलदीप सिंह चौहान का सहयोग लिया जा रहा है।