अब तत्काल टिकट के दलाल पकड़े गए चन्दौसी और रुड़की में
आरपीएफ और विशेष अनुसंधान शाखा (सीआइबी) ने संयुक्त रूप से छापामार कर रुड़की व बबराला (सम्भल) में दो दलालों को गिरफ्तार किया है। दोनों के पास से 30 हजार रुपये से अधिक कीमत के टिकट बरामद हुए है।
मुरादाबाद: दीपावली पर घर जाने के कारण ट्रेनों में भीड़ बढऩे के साथ ही टिकट के दलाल भी सक्रिय हो गए हैं। आरपीएफ और विशेष अनुसंधान शाखा (सीआइबी) ने संयुक्त रूप से छापामार कर रुड़की व बबराला (सम्भल) में दो दलालों को गिरफ्तार किया है। दोनों के पास से 30 हजार रुपये से अधिक कीमत के टिकट बरामद हुए है। ये टिकट काउंटर व ई-बुकिंग के माध्यम से खरीदे गए थे।
सिंडीकेट के खिलाफ देश भर में बड़ी कार्रवाई
शनिवार को दीपावली से ठीक पहले भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) की वेबसाइट में सेंध लगाकर तत्काल टिकट बनाने वाले सिंडीकेट के खिलाफ देश भर में बड़ी कार्रवाई हुई। आरपीएफ ने लखनऊ व उन्नाव सहित देश के 110 शहरों में ऑपरेशन आंधी चलाकर एक साथ छापेमारी की। इस दौरान आइआरसीटीसी पर दलालों की 1268 आइडी को निष्क्रिय कर दिया गया। सबसे अधिक मुंबई में बैठकर बनाए जा रहे लखनऊ सहित कई शहरों के टिकट जब्त हुए। वहीं 40 दलालों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से सम्भल के बबराला और रुड़की में के दो दलाल भी शामिल हैैं, जिन्हें 23 ई-टिकटों के साथ दबोचा गया।
30 हजार रुपये से अधिक के टिकट बरामद
मंडल में सीआइबी व आरपीएफ की टीम ने बबराला स्थित जनसेवा केंद्र पर छापा मारा। यहां 8,143 रुपये के दस ई-टिकट, 810 रुपये के बुकिंग टिकट बरामद हुए। टीम ने कंप्यूटर की जांच की तो पता चला कि आठ ई-टिकट पहले से ही बना लिए गए थे। इनकी कीमत 7,333रुपये हैं। टीम ने केंद्र संचालक नीरेश कुमार शर्मा निवासी कल्लू का नगला, बबराला थाना गुन्नौर, संभल को गिरफ्तार करने के साथ ही उसका कंप्यूटर भी सीज कर लिया।
उधर दूसरी टीम ने रुड़की आरपीएफ के साथ मिलकर रुड़की स्थित सुभाष नगर में बीएस टूर एंड ट्रेवल्स पर छापा मारा। यहां से 19,380 रुपये के 1& टिकट और 1,640 रुपये के दो बुकिंग काउंटर से जारी हुए टिकट बरामद किए। टीम ने संचालक रजनीश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है और कम्प्यूटर सीज कर लिया।
एक टिकट बनाने के बदले लेते थे पांच सौ रुपये तक
सीआइबी प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि चन्दौसी व रुड़की में दोनों स्थान पर दलाल ने पर्सनल आइडी पर ई-टिकट बनाकर कर बेच रहे थे। एक टिकट बनाने बदले यात्रियों से पांच सौ रुपये तक अधिक लेते थे। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।