Move to Jagran APP

ऑनलाइन ठगी का नया फंडा, मोबाइल की जगह आई मूर्ति, इस तरह बरतें सावधानी

ऑनलाइन कोई भी सामान खरीदने से पहले पूरी तस्दीक और सावधानी बेहद जरूरी है। जरा सी आपको को हजारों का चूना लगा सकती है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Wed, 08 May 2019 02:39 AM (IST)Updated: Wed, 08 May 2019 06:10 PM (IST)
ऑनलाइन ठगी का नया फंडा, मोबाइल की जगह आई मूर्ति, इस तरह बरतें सावधानी

मुरादाबाद, जेएनएन। ऑनलाइन कोई भी सामान खरीदने से पहले पूरी तस्दीक और सावधानी बेहद जरूरी है। जरा सी आपको को हजारों का चूना लगा सकती है। सम्भल जिले के गुन्नौर क्षेत्र के कस्बा बबराला में आनलाइन शॉङ्क्षपग के नाम पर चार हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है।

loksabha election banner

दरअसल फरीदपुर निवासी श्याम सुंदर जन सेवा केन्द्र का संचालन करते हैं। एक हप्ते पहले श्याम सुन्दर के फोन पर एक काल आया कि एक नामचीन कंपनी का बारह हजार रुपये की कीमत का फोन महज चार हजार रुपये में दिया जा रहा हैं। युवक कंपनी के काल के बहकावे में आ गया और चार हजार रुपये का मोबाइल ऑनलाइन बुक कर दिया। युवक के अनुसार सोमवार को डाकघर से फोन आया कि आपका एक पार्सल आया है। युवक डाकघर पहुंचा और चार हजार रुपये की रकम अदा करने के बाद अपना पार्सल ले लिया। युवक ने घर आकर जब पार्सल खोला तो उसके होश उड़ गए। मोबाइल की जगह पर पार्सल में मिट्टी और लक्ष्मी देवी की एक मूर्ति रखी मिली।

इस तरह बनाते हैं शिकार

ठगी करने वाले लोग किसी भी वेबसाइट के नाम से मिलती-जुलती एक दूसरी साइट बना देते हैं। इसे ओपन करने पर यह बिलकुल असली साइट के जैसी ही दिखती है। ऐसी साइट्स बनाने के बाद गूगल एडवर्ड्स पर डाल कर इन्हें ट्रेंड करा दिया जाता है। ऐसा करने पर ये साइट्स सर्च इंजन में भी ऊपर दिखाई देती हैं। इन साइट्स पर काफी कम कीमत में सामान दिखाया जाता है। इससे ग्राहक प्रभावित होते हैं और सस्ते के चक्कर में ऑनलाइन पेमेंट कर देते हैं। ग्राहकों से पेमेंट लेने के बाद ये लिंक डिएक्टिवेट हो जाते हैं।

इस तरह करें बचाव

इस तरह की ठगी से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि जिस भी साइट से शॉपिंग करना चाहते हों उसका प्रॉपर यूआरएल ब्राउजर के एड्रेस बार में टाइप करके ही साइट पर जाएं और खरीदारी करें।

क्लोन ऐप के माध्यम से ठगी

गूगल के प्ले स्टोर पर ऐप लॉन्च करना काफी आसान है। इसी का फायदा उठाकर ठगी करने वाले फेमस ई-कॉमर्स साइट्स के ऐप का क्लोन (नाम और फीचर में मिलता-जुलता ऐप) बना कर प्ले स्टोर पर अपलोड कर देते हैं। ऐसे में लोग जब प्ले स्टोर पर किसी ऐप को सर्च करते हैं तो कई बार क्लोन ऐप को ही असली ऐप समझ कर डाउनलोड कर लेते हैं और उन्हीं पर शॉपिंग करने लगते हैं।

गुणवत्ता पर करें विचार

महंगी चीजें सस्ते दामों पर बिक्री के बहकावे में न आएं। विचार करें कि क्या कीमती चीजों की गुणवत्ता सस्ती चीजों में मिल सकती है, या किस वजह से आइटम सस्ता बेचा जा रहा है। इन बिंदुओं पर गौर करके भी लुभावने ठगी का शिकार बनाने वाले ऑफरों से बचा जा सकता है।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.