सिपाही से सत्ताधारी नेताजी की गजब यारी, प्रमोशन पर थाने में हुई पार्टी में नेताजी ने हेडकांस्टेबल को बैज लगाकर दी बधाई
मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाने में मंगलवार को जो हुआ वह शायद पहली बार होगा। यहां सत्ताधारी दल के एक नेता की सिपाही से गजब यारी देखने को मिली। उन्होंने लीक से हटकर हेड कांस्टेबल को बैज लगाकर प्रमोशन की बधाई दी। फोटो वायरल हुआ तो चर्चाएं शुरू हो गईं।
मुरादाबाद, जेएनएन। पुलिस विभाग में जब किसी कर्मचारी का प्रमोशन होता है, तो उच्च अधिकारी संबंधित कर्मचारी का बैज लगाकर उसे प्रमोशन की बधाई देते हैं। लेकिन, मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाने में जो हुआ वह शायद पहली बार होगा। यहां सत्ताधारी दल के नेता की सिपाही से गजब यारी देखने को मिली। सत्ताधारी दल के महानगर अध्यक्ष ने थाने में हेड कांस्टेबल को बैज लगाया है। इस अहम मौके का फोटो सेशन भी हुआ। जो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। जैसे ही नेता के बैज लगाते हुए बधाई देने का फोटो वायरल हुआ चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। हालांकि, पुलिस विभाग के आला अधिकारियों को कहना है बैज लगाने की विभागीय परंपरा है, इसको लेकर कोई विशेष नियम नहीं है।
मुरादाबाद जनपद में 199 कांस्टेबलों को नए साल को तोहफा शासन ने देते हुए हेड कांस्टेबल के पद पर पदोन्नत किया गया है। पुलिस अफसरों के प्रमोशन के साथ ही कांस्टेबलों का भी प्रमोशन किया गया है। मंगलवार को सिविल लाइंस थाने में तैनात कई कांस्टेबलों के बाजू में सफेद पट्टी लगाकर बधाई दी गई। ऐसे में चर्चाओं का दौर उस समय शुरू हो गया जब रामगंगा विहार चौकी में तैनात कांस्टेबल अनुज शर्मा को बैज लगाया गया। उन्हें प्रमोशन देकर हेड कांस्टेबल बनाया गया है। सिविल लाइंस थाने में कांस्टेबल को बैज लगाने की परंपरा दरवेश सिंह के साथ भाजपा महानगर अध्यक्ष धर्मेंद्र नाथ मिश्रा ने निभाई। जिस समय यह सेरेमनी हो रही थी, उस दौरान किसी ने भी कुछ नहीं कहा। लेकिन जैसे ही भाजपा महानगर अध्यक्ष के साथ थाने की फोटो इंटरनेट में वायरल हुई, वैसे ही लोग इस मामले में सवाल खड़े करने लगे। पुलिस अधिकारियों से जब इस बाबत सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बैज कौन लगाएगा इसका कोई नियम नहीं है। लेकिन, परंपरा के अनुसार विभाग का बड़ा या समकक्ष कर्मचारी भी अपने सहयोगी के बैज लगा सकता है। महानगर अध्यक्ष भाजपा धर्मेंद्र नाथ मिश्रा ने बताया कि हम तो थाना प्रभारी से किसी काम से मिलने गए थे। इस दौरान वहां पदोन्नत सिपाही को बैज लगाया जा रहा था तो हमें भी साथ में खड़ा कर लिया गया। बैज लगाने का काम तो थाना प्रभारी ने किया है।
विभाग के अधिकारी ही लगाते हैं बैज
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने बताया कि परंपरा के अनुसार विभागीय अफसर ही बैज लगाकर बधाई देने की परंपरा को निभाते हैं। संवैधानिक पद पर बैठे लोग भी बैच लगा सकते हैं। इसको लेकर कोई नियम नहीं है। अगर राजनीतिक दल से जुड़े लोग इस परंपरा को निभाते हैं, तो पुलिस की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़ा होता है। ऐसी परंपरा से पुलिस को भी बचना चाहिए।