कांशीराम नगर योजना में रुपये होने के बाद भी विकास नहीं कर पा रहा मुरादाबाद नगर निगम, एमडीए ने नगर निगम से 11.67 करोड़ का हिसाब मांगा
एमडीए ने धनराशि योजना के विकास में खर्च देने के लिए की थी। लेकिन अभी तक योजना की टूटी सड़कें नालियां बनवाने और सीवर लाइन डलवाने का काम शुरू नहीं हुआ है। एमडीए उपाध्यक्ष यशु रुस्तगी ने नगर निगम से इस संबंध में जानकारी मांगी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने शर्तों के मुताबिक 11.67 करोड़ रुपये की धनराशि देकर कांशीराम नगर योजना करीब पांच महीने पहले नगर निगम को सौंप दी थी। एमडीए ने धनराशि योजना के विकास में खर्च देने के लिए की थी। लेकिन, अभी तक योजना की टूटी सड़कें, नालियां बनवाने और सीवर लाइन डलवाने का काम शुरू नहीं हुआ है। एमडीए उपाध्यक्ष यशु रुस्तगी ने नगर निगम से इस संबंध में जानकारी मांगी है। नगर आयुक्त ने बताया है कि जल्द ही कुछ काम योजना में शुरू हो जाएंगे।
एमडीए ने कांशीराम नगर को बसाया है। नवंबर 2020 में एमडीए ने कांशीराम नगर योजना को नगर निगम के हवाले कर दिया था। इसके लिए मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने 11.67 करोड़ रुपये नगर निगम को दिए थे। इसके योजना के विकास की जिम्मेदारी नगर निगम की हो गई थी। एमडीए से शासन लगातार निगम को दी धनराशि से हुए कामों की जानकारी मांग रहा है। इस पर शनिवार को उपाध्यक्ष ने नगर आयुक्त से फोन करके भी योजना में कराए गए कामों के बारे में जानकारी की। साथ ही पत्र लिखकर भी निगम से एमडीए द्वारा दी गई धनराशि से कराए गए कामों के बारे में जानकारी चाही है। नगर आयुक्त संजय चौहान ने बताया कि कांशीराम नगर योजना के विकास में ही एमडीए से मिली धनराशि को खर्च किया जा रहा है। योजना में कई कामों के लिए निविदाएं मांग ली गई है। बाकी काम भी जल्द शुरू होगा।
नगर निगम काे इन कार्यों पर खर्च करनी है धनराशि
-सड़कों की मरम्मत होगी
-सीवर लाइन पर काम होगा
- पेयजल लाइनों को ठीक होगी
- पार्कों का सुंदरीकरण होगा
- नाले-नालियां ठीक कराना
- पथ प्रकाश व्यवस्था सही होगी