बारिश से ज्यादा नगर निगम ने डुबोया, उफनाए नाले-नालियों से जलमग्न हुआ महानगर
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : गुरुवार की रात से शुरू हुई बारिश में शहर के नाले-नालियां उफन
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : गुरुवार की रात से शुरू हुई बारिश में शहर के नाले-नालियां उफना गए। इससे नगर निगम के विशेष नाला सफाई अभियान की पोल खुल गई है। सड़कों पर दो से तीन फीट पानी भरा होने से कामकाजी लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई। वह दफ्तर देर से पहुंचे। बारिश में जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ। पीतल बस्ती की कच्ची बस्ती में नाले का पानी फिर घरों में घुस गया। रसोई तक पानी भर जाने से खाना बनाने तक की मुसीबत महिलाओं ने झेली लेकिन नगर निगम ने पंप से पानी निकालने की कोई कोशिश नहीं की। पीतल बस्ती के दयानंद कालोनी में सड़कों पर जलभराव से लोग घरों में कैद रहे। यही हाल बुधबाजार, जेल के पीछे अशोक नगर, जीएमडी रोड, चौमुखापुल का रहा। घुटने से ऊपर तक पानी सड़कों में होने से वाहन भी बंद हो गए, जिन्हें पानी में पैदल खींचकर ले जाना पड़ा।
एक सप्ताह पहले 25 अगस्त तक पांच दिन विशेष सफाई अभियान शासन के आदेश चला था। लखनऊ से टीम भी देखने आई। इसके बाद भी जलभराव का वही हाल है। तलीझाड़ कीचड़ नहीं निकाले जाने से सड़कें नाला बन जाती हैं। सड़कों पर भरा पानी तीन से चार घंटे में उतरा। बुध बाजार में दुकानों में पानी भर गया। रामगंगा विहार के ए ब्लॉक से डी ब्लाक तक में बाढ़ जैसी स्थिति हो गई। कांठ रोड पर नाला नहीं होने से सड़क पर बारिश रुकने के तीन घंटे तक पानी भरा रहा।
------------
::इनसेट::
अशोक नगर जेल के पीछे नरक
-जेल के पीछे बारिश में घुटनों से ऊपर पानी भरने से बच्चों का स्कूल जाना मुश्किल हो गया। शुक्रवार को नाले का कीचड़ व पन्नी अशोक नगर की मुख्य सड़क पर पसरा मिला। इसकी रात में बारिश के बाद सुबह नगर निगम को सफाई करानी चाहिए थी, लेकिन बारिश से गंदगी दोगुनी हो गई। अशोक नगर में सड़क के दूसरी ओर जेल प्रशासन के बड़े मैदान में लबालब पानी भर गया। यहां पानी ठहरने से लोगों को संक्रामक रोगों का खतरा सता रहा है। यहां ऐसा पहली बार नहीं है। हर बार की यही समस्या है। यहां दुर्गध के कारण राहगीरों, स्कूली बच्चों का गुजरना दुश्वार है। एक तो नाला चोक ऊपर से जेल के मैदान में भरा गंदा पानी बारिश में लोगों के रोंगटे खड़े कर देता है।
-------------------
::इनसेट::
अफसरों की रंगोली कालोनी में पसरा कीचड़
-पॉश कालोनी दीनदयाल नगर फेस-वन में अफसरों की रंगोली कालोनी से लेकर रामगंगा विहार फेस-वन ब्लाक 'ए' बारिश में डूब गया। नालियों के गंदे पानी से ही बाढ़ जैसी हालत है। बारिश के दौरान भी और बारिश के बाद भी दुश्वारियां झेलनी पड़ती हैं। शुक्रवार को यहां की पड़ताल में हर ओर कीचड़, पन्नी,फुटपाथ पर जमा पानी, नालियां कीचड़ से बंद मिलीं। वास्तव में ऐसा हाल तो झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों का भी नहीं होता, जैसा यहां करोड़ों रुपये की आलीशान कोठियों में रहने वाले झेलते हैं। दीनदयाल नगर की रंगोली कालोनी में 50 से भी ज्यादा अफसरों के आवास हैं,इस कालोनी का हाल देखेंगे तो लगेगा कि अफसरों के परिवार किस तरह रहते हैं। बारिश के बाद कीचड़ ही कीचड़ व कूड़ा पसरा होने से दुर्गध के कारण यहां से गुजरना मुश्किल होता है।
----------------------
::इनसेट::
कांठ रोड पर भी पानी ही पानी
-कांठ रोड पर अकबर किला से लेकर गुलाब मस्जिद तक पानी ही पानी भरा रहा। इससे छोटे ही नहीं बड़े वाहनों का भी निकलना मुश्किल हो गया। नाला चोक होने से कीचड़, पन्नी पसरी मिली। दोपहर तीन बजे पानी कम जरूर हुआ जिसके बाद गुलाब मस्जिद से लेकर अकबर किले तक बारिश गंदगी के निशान छोड़ गई। नगर निगम की टीम व अधिकारियों ने यहां भी चोक नाले को साफ करने की सुध नहीं ली। कांठ रोड गंदगी के लिए शोरूम, होटल व रेस्टोरेंट वाले भी जिम्मेदार हैं। होटल व रेस्टोरेंट का अवशेष कांठ रोड पर फेंकने से नाले में भर जाता है। वहीं नालों को ऊपर से बंद करने से सफाई नहीं हो रही है। कब्रिस्तान के सामने, हरथला पुलिस चौकी के पास तो नाला ही नहीं है। नाले के नाम पर नाली है जो 25 हजार आबादी वाले क्षेत्र के लोगों के घरों के पानी को नहीं संभाल पाती है, बारिश तो दूर की बात है।
--------------------
हर बारिश में घरों में पानी भरता है। एक दिन की बारिश तीन दिन तक हमें सताती है। नगर निगम ने पंप तक नहीं लगाया।
रेखा, कच्ची बस्ती
------
बारिश का पानी घर में घुसने से खाना तक नहीं बन पाया है। पहले भी पानी भरा था, तब छत पर खाना बनाना पड़ा।
-शिखा, कच्ची बस्ती
-------
नगर निगम ने हमें नरक में झोंक दिया है। बारिश में निकलना मुश्किल हो गया है। नालों की सफाई ही ढंग से नहीं की जाती है।
-सहसवान, कच्ची बस्ती
---------
नगर निगम हमारे साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। सुबह न खाना बन पाया और स्नान कर पाए। घर से पानी निकाले में लगे हैं।
कमला, कच्ची बस्ती
--------
नाले की सफाई नियमित होती तो बारिश में यह हाल न होता। तली झाड़ नाले साफ नहीं होने से जलभराव की स्थिति है।
रामवती, इंद्रा कालोनी
-------------
जेल प्रशासन से परेशान हैं। खाली मैदान में गंदा पानी भरता है। इससे मच्छर पनपते हैं। दुर्गध से घरों में नहीं रुक सकते।
त्रिलोक चंद्र, अशोक नगर
------------------
नगर निगम के सफाई कर्मचारी नालियों की सफाई नहीं करते। इस कारण जरा सी बारिश में जलभराव हो जाता है।
जवाहर लाल, अशोक नगर
-------
जलभराव से तो निपट लें लेकिन इसके बाद गंदगी पसरने से संक्रामक रोग का खतरा बढ़ने की आशंका है।
कंचन ढल
--------
इस कालोनी में मकान लेकर पछतावा हो रहा है। सफाई के कोई इंतजाम नहीं। बारिश के बाद जो हाल बुरा है।
शलभ, रामगंगा विहार
---------
वर्जन
नालों की विशेष सफाई हाल ही में कराई गई है, लेकिन समस्या नालियों की ज्यादा है। इसके लिए लोग भी जिम्मेदार हैं। नालियों पर रैंप बना ली हैं। सफाई कर्मचारियों को और कसा जाएगा ताकि नालियों की तली झाड़ सफाई हो सके।
-अवनीश कुमार शर्मा, नगर आयुक्त
------------
::इनसेट::
इन क्षेत्रों में भरता सबसे ज्यादा पानी
-रंगोली कालोनी, रामगंगा विहार, रामगंगा विहार का दक्षिण व पश्चिम हिस्सा। आशियाना कालोनी, करूला, सरस्वती कालोनी, धीमरी, पीर का बाजार, मियां कालोनी, रहमत नगर, मैनाठेर, नया गांव, प्रेम नगर, मानसरोवर कालोनी, मिलन विहार, बुद्धि विहार, सूरज नगर, पीतल बस्ती, कल्याणपुर व बल्देवपुरी, इंद्रा कालोनी, अशोक नगर, जीएमडी रोड, बुद्ध बाजार, चौमुखापुल, कांठ रोड पर गुलाब मस्जिद से अकबर का किला तक पानी भरता है।