नए साल में मरीजों को मिलेगी राहत, जिला अस्पताल में एमआरआइ, डायलिसिस यूनिट और बर्न वार्ड होगा शुरू
एमआरआइ, डायलिसिस यूनिट और बर्न वार्ड शुरू हो जाएगा। इस लिहाज से स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी होगी।
मुरादाबाद । स्वास्थ्य के लिहाज से 2019 बेहद खास होगा। क्योंकि महकमे ने जिला अस्पताल में मरीजों की सहूलियत के लिए खास इंतजाम किया है। एमआरआइ, डायलिसिस यूनिट और बर्न वार्ड शुरू हो जाएगा। इस लिहाज से स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी होगी। ये व्यवस्थाएं शुरू होने से असहाय को बेहतर इलाज मिल सकेगा।
26 लाख है जिले की आबादी
जिले की तकरीबन साढ़े 26 लाख की आबादी है। जिला अस्पताल में प्रतिदिन डेढ़ से दो हजार मरीजों की ओपीडी होती है। इसमें चार से छह मरीजों को एमआरआइ कराने के लिए लिख दिया जाता है। निजी संस्थानों में एमआरआइ महंगे दाम में होता है। गरीब मरीजों के लिए एमआरआइ कराने के लिए सोचना पड़ता है। इस वजह से कई मरीजों की बीमारी बढ़ जाती है। कई मरीज तो इलाज न मिलने की वजह से दुनिया से विदा हो गए। अब जिला अस्पताल में एमआरआइ यूनिट नए साल में मार्च तक शुरू हो जाएगी। सरकारी रजिस्ट्रेशन फीस पर एमआरआइ हो जाएगा। इसके अलावा डायलिसिस यूनिट का भी कार्य पूरा हो चुका है। यूनिट शुरू होने के बाद निश्शुल्क डायलिसिस की सुविधा गरीब मरीजों को मिलेगी। इसमें 60 किडनी रोगियों का चयन किया जाएगा। सभी की जांच कराने के बाद उन साठ में अगर किसी मरीज की संख्या कम होगी तो नया नाम जोड़ा जाएगा। बर्न वार्ड बिल्डिंग का भी अलग निर्माण हो चुका है। जनवरी माह में फाइनल टच दे दिया जाएगा। इसके बाद जले हुए मरीजों को बेहतर इलाज की व्यवस्था मिलनी शुरू हो जाएगी।
बैठने की होगी व्यवस्था
ओपीडी में दिखाने वाले मरीज अक्सर धूप और ठंड का सामना करते हैं। ओपीडी में उन्हें बैठने की भी व्यवस्था नहीं थी। पार्किंग स्थल की जगह खाली थी। वहां मरीजों के बैठाने के लिए अलग स्थल तैयार कर दिया है। इससे मरीजों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। जनवरी के दूसरे सप्ताह तक काम पूरा हो जाएगा।
वाहनों के लिए टीनशेड की व्यवस्था
जिला अस्पताल में एंबुलेंस और अंतिम शव यात्रा वाहन खड़ा करने की व्यवस्था नहीं थी। इस वजह से उन वाहनों में कोई न कोई खराबी आ जाती थी। अस्पताल प्रबंधन ने वाहनों को खड़ा करने के लिए टीनशेड लगवाने के साथ ही स्थल भी तय कर दिया। इसका काम भी जल्द पूरा हो जाएगा।
हकदार को मिलेगा आयुष्मान योजना का लाभ
केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिलाने के लिए निरंतर मानिटङ्क्षरग करा रही है। मुरादाबाद की आबादी साढ़े 26 लाख है, लेकिन अभी सिर्फ 13 हजार को ही गोल्डन कार्ड दिए जा सके हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. दीपक वर्मा ने बताया कि 2011 की जनगणना के आधार पर आयुष्मान योजना में लोगों को शामिल किया गया है। इसकी जागरूकता के लिए गांव-गांव टीमें प्रचार करेंगी। इसके अलावा चौपाल लगाकर भी लाभार्थियों की जानकारी की जाएगी। गोल्डन कार्ड बनाए जाएंगे। गोल्डन कार्ड जन सुविधा केंद्र से भी बनाए जा सकते हैं।
साल, ओपीडी में मरीजों की संख्या
2018, 1, 600
2017, 1, 300
2016, 1, 100
2015, 950
बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए निरंतर प्रयासरत : चिकित्सा अधीक्षक
मरीजों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। 2018 में पूरा सिस्टम ऑनलाइन कर दिया है। अब डायलिसिस, बर्न वार्ड और एमआरआइ यूनिट नए साल में शुरू कर देंगे। हमारा प्रयास रहेगा कि निजी अस्पतालों की तर्ज पर मरीज को इलाज उपलब्ध कराया जा सके।
-डॉ. राजेंद्र कुमार, चिकित्सा अधीक्षक।