मुकदमों के शतक के करीब पहुंचे सांसद आजम खां, 10 और मामलों में लगेगी चार्जशीट
Chargesheet will be filed in 10 more cases against Azam यतीनखाने की जमीन कब्जाने के आरोप में भी आजम खां के खिलाफ 12 मुकदमे दर्ज हुए। यहां पहले लोगों के घर थे जिन्हें तोड़कर रामपुर पब्लिक स्कूल बनवाया गया। यह स्कूल भी जौहर ट्रस्ट का है।
रामपुर (मुस्लेमीन)। Chargesheet will be filed in 10 more cases against Azam। सांसद आजम खां के खिलाफ 10 और मुकदमों में शीघ्र ही चार्जशीट लगने जा रही है। पुलिस ने विवेचना लगभग पूरी कर ली है। ये मुकदमे डूंगरपुर प्रकरण से संबंधित हैं। सपा सरकार में यहां आसरा आवास बनवाए गए थे। तब यहां कुछ लोगों के मकान बने थे, जिन्हें नगर पालिका की जमीन पर अवैध कब्जा बताते हुए तोड़ दिया गया था।
पिछले साल जुलाई में आजम खां के करीबियों के खिलाफ मकान तोड़ने और सामान लूटने के 11 मुकदमे गंज थाने में दर्ज कराए गए थे। इनमें आजम खां नामजद नहीं थे। लेकिन, नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया तो उन्होंने पुलिस को बयान दिया कि उन्होंने आजम खां के इशारे पर यह काम किया था। इन मुकदमों में आजम के करीबी पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर खां भी नामजद हैं। जो फरार हैं। पुलिस उनके घर की कुर्की भी कर चुकी है। उनकी गिरफ्तारी पर 25 हजार इनाम भी घोषित हो चुका है। इस प्रकरण में अन्य सभी आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। आजम खां भी साढ़े आठ माह से सीतापुर जेल में बंद हैं। उनकी पत्नी शहर विधायक डा. तजीन फात्मा और बेटे अब्दुल्ला भी उनके साथ बंद हैं। गंज थाना प्रभारी रामवीर सिंह यादव का कहना है कि अब तक जो आरोपित पकड़े गए हैं, उन्होंने बयान दिया है कि उन्होंने आजम खां के कहने पर अपराध किया। इसी आधार पर आजम खां के खिलाफ भी विवेचना चल रही है। विवेचना लगभग पूरी हो चुकी है। आजम खां के खिलाफ अब तक 91 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इनमें 40 से ज्यादा मुकदमे तो जमीनें कब्जाने के हैं। इनमें 30 मुकदमे मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीनें कब्जाने के आरोप में दर्ज हुए थे। इनमें आजम खां को नामजद किया गया था। लेकिन, पुलिस ने जांच पड़ताल में दोषी पाए जाने पर उनकी पत्नी, बेटे अदीब आजम व अब्दुल्ला आजम और बहन निकहत अफलाक के खिलाफ भी सभी 30 मामलों में चार्जशीट लगा दी। दरअसल ये सभी जौहर ट्रस्ट के सदस्य हैं और जौहर ट्रस्ट ही यूनिवर्सिटी को संचालित करता है। यूनिवर्सिटी की जमीन भी ट्रस्ट के नाम है। इसीलिए पुलिस ने ट्रस्ट के सभी सदस्यों को दोषी माना है।