एंटी लार्वा का छिड़काव न होने से शहर भर में पनप रहे मच्छर Moradabad News
शहर में बिना एंटी लार्वा के फागिंग कारगर नहीं। लोगों को इस बात का डर है कि कोरोना के कहर के बीच कहीं मच्छर भी न बन जाएं परेशानी का सबब।
मुरादाबाद,जेएनएन। एंटी लार्वा नष्ट करने को कीटनाशक दवा का छिड़काव नहीं हो रहा है। जिन क्षेत्रों में फागिंग हो रही है, वहां भी मच्छरों की तादाद कम नहीं हुई।
रुके हुए पानी में तीन दिन के भीतर एंटी लार्वा का अंडा मच्छर में तब्दील हो जाता है। मच्छरों को मारने के लिए कीटनाशक दवा मैलाथियान को डीजल में मिलाकर फागिंग की जा रही है लेकिन, एक निश्चित मात्रा में इस दवा का असर पहली बार ही कारगर साबित हो रहा है। दूसरी बार में फागिंग से मच्छरों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है। इस समय तापमान 30 डिग्री से ऊपर है, जिसमें मच्छर की संख्या बढ़ती है।
नहीं हो रहा कीटनाशक दवा नोबान का छिड़काव
क्षेत्र की जनता को मच्छरों से निजात नहीं मिलने का एक बड़ा कारण है कि नालियों में कीटनाशक दवा नोबान का छिड़काव नहीं हो रहा है। नालियों में सुबह के वक्त एंटी लार्वा और मच्छरों के अंडों को नष्ट करने के लिए कीटनाशक दवा नोबान का छिड़काव सप्ताह में एक दिन हर मुहल्ले की नालियों में होना चाहिए लेकिन, यह तो कभी होता ही नहीं।
यह है मानक
बड़ी फागिंग मशीन में 20 लीटर डीजल में तीन लीटर मैलाथियान।
छोटी मशीन में 10 लीटर डीजल में एक लीटर मैलाथियान।
नोबान कीटनाशक दवा एक हजार लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव।
15 छोटी फागिंग मशीनें
05 बड़ी फागिंग मशीनें
एंटी लार्वा नष्ट करने को रोस्टर बनाया गया है। उस हिसाब से एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जाएगा। एंटी लार्वा मारने को सुबह नोबान कीटनाशक दवा का छिड़काव व शाम को फागिंग में मैलाथियान कीटनाशक दवा का इस्तेमाल होता है। --अजय वर्मा, वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी