कोहरे से होगी सुबह की शुरुआत, दोपहर में साफ रहेगा आसमान, जानिए कैसा रहेगा मुरादाबाद का मौसम
बावजूद इसके गर्म कपड़ों की खरीदारी करने वाले लोगों की संख्या में एकाएक इजाफा हो गया। वहीं मौसम की इस अटखेलियों के कारण सांस के मरीजों के अलावा बुजुर्गों और बच्चों को सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। अब सुबह की शुरुआत कोहरे या धुंध के साथ होगी। इसके बाद आसमान साफ हो सकता है। 25 दिसंबर को पूरे दिन आसमान में बादल छाए रह सकते हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 26 से लेकर 28 दिसंबर तक बारिश की भी संभावना बरकरार है। चिकित्सकों ने ऐसे मौसम में स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहने की हिदायत दी है।
स्वास्थ्य का दें विशेष ध्यान : इस समय मौसम का बदलता मिजाज लोगों को बीमार कर सकता है। कई दिन से मौसम लगातार बदल रहा है। कभी धूप खिलती है तो कभी तापमान लुढ़क जाता है। बीते चार दिनों से पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से मौसम में बदलाव आने पर सर्द हवाएं चलने लगी हैं और गलन भी बढ़ गई है। ऐसे में लोग जहां अलाव का सहारा लेते नजर आए तो वहीं सांस के रोगियों के अलावा बच्चों से लेकर बुजुर्गों को ठंड से सावधान रहने की जरूरत है। गुरुवार को दिन भर सूरज और बादलों के बीच लुका छिपी चली। सर्दी के कारण ठिठुरन बढ़ गई है, इसका असर बाजार पर भी दिखाई दे रहा है। नगर में बाजारों में खरीदारों की कमी रही। बावजूद इसके गर्म कपड़ों की खरीदारी करने वाले लोगों की संख्या में एकाएक इजाफा हो गया। वहीं, मौसम की इस अटखेलियों के कारण सांस के मरीजों के अलावा बुजुर्गों और बच्चों को सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत है। क्योंकि सर्दी और कोहरे में सांस के मरीजों को तकलीफ बढ़ती है तो सर्दी से बचाव में लापरवाही बरतने पर बच्चों के बीमार पड़ने का खतरा भी रहता है।
बुजुर्ग और बच्चों को लेकर रहें सचेत : सुबह और शाम की सर्दी से सांस के मरीजों को बचना जरूरी होता है। क्योंकि सर्दी और कोहरे में सांस की नली में सिकुड़न आ जाती है, जिससे सांस लेने में परेशानी महसूस होती है।
सांस के मरीजों की समस्याएं : लगातार गले में खिच-खिच की आवाज रहना और खांसी के साथ सांस फूलना, सीढ़ियां चढ़ते समय या मेहनत का कार्य करते समय सांस का फूलना। हाथ पैर की अंगुलियों या जीभ नीली हो जाना, सांस के साथ एक से 10 तक की गिनती लगातार न बोल पाना। सांस फूलने के साथ हाथ पैरों में सूजन आ जाना।
इस तरह करें बचाव : सांस के मरीजों को सुबह-शाम कोहरे से बचना चाहिए। अगर बाहर निकलना आवश्यक है तो मास्क लगाकर जाना चाहिए। इनहेलर और सांस के कैप्सूल लगातार डाक्टर की सलाह से लेना चाहिए। तीन से चार बार भांप लेनी चाहिए। सर्दियों में बाहर निकलने से पहले गर्म कपड़े अच्छी तरह पहन लेने चाहिए।