पद्मावत और फैजाबाद एक्सप्रेस से यात्रा कर पाएंगे अब ज्यादा यात्री, ट्रेन की स्पीड भी बढ़ेगी, जानिए कैसे
Indian Railway News पदमावत और फैजाबाद एक्सप्रेस ट्रेन में अब ज्यादा यात्री सफर कर सकेंगे। दोनों ही ट्रेन में हाई स्पीड कोच लगाए जाएंगे। जिससे हर कोच में आठ बर्थ बढ़ जाएंगी। हाई स्पीड कोच लगने के बाद दोनों ट्रेन की स्पीड भी बढ़ जाएगी।
मुरादाबाद, जेएनएन। Indian Railway News : पदमावत और फैजाबाद एक्सप्रेस ट्रेन में अब ज्यादा यात्री सफर कर सकेंगे। दोनों ही ट्रेन में हाई स्पीड कोच लगाए जाएंगे। जिससे हर कोच में आठ बर्थ बढ़ जाएंगी। हाई स्पीड कोच लगने के बाद दोनों ट्रेन की स्पीड भी बढ़ाई जाएगी। क्योंकि हाई स्पीड कोच 160 किलो मीटर प्रतिघंटेे की रफ्तार से चलने की क्षमता रखते हैं। इस कोच के लगने से आरक्षित वेटिंग टिकट वालों को भी राहत मिलेगी। सौ वेटिंग वालों की बर्थ कन्फर्म हो जाएगी।नए कोच से ट्रेन 17 दिसंबर चलाई जाएगी। इस कोच में यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी और पहले से अधिक यात्री दोनों ट्रेनों में सफर कर पाएंगे।
रेलवे इन दिनों तेज गति से ट्रेन चलाने और बीस साल से अधिक पुराने कोच को हटाकर आधुनिक सुविधा वाला कोच लगाने का काम कर रहा है। इसके लिए पुराने कोच व स्लीपर को बदला जा रहा है। मुरादाबाद रेल मंडल के मुख्य रेल मार्ग पर पुराने पटरी व स्लीपर को बदल दिया गया है। जिससे 160 किलो मीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेनों को चलाया जा सकता है। हालांकि इस मार्ग पर अभी 110 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ही ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है।
इसके साथ ही 20 वर्ष से अधिक पुराने ट्रेनों के कोच बदले जा रहे हैं। इसके स्थान पर लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) कोच लगाए जा रहे हैं। इस कोच के द्वारा ट्रेनों को 160 किलो मीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलाया जा सकता है। एलएचबी कोच की लम्बाई अधिक होती है, पुराने स्लीपर कोच में 72 यात्रियों के लिए बर्थ होती है, जिसकी संख्या बढ़कर 80 हो जाएगी। इसी तरह से एसी थ्री में आठ और एसी टू में 64 बर्थ होंंगी। कोच लगते ही सौ वेटिंग वालों को कंफर्म बर्थ मिल जाएगी।
उत्तर रेलवे मुख्यालय ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि 17 दिसंबर से दिल्ली-रायबरेली पदमावत एक्सप्रेस और दिल्ली-फैजाबाद एक्सप्रेस में पुराने कोच को हटाकर एलएचबी कोच लगाए जाएंगे। नए कोच के द्वारा ट्रेन को 160 मीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलाया जा सकता है। दिल्ली-मुरादाबाद-लखऊ मार्ग पर ट्रेनों की गति बढ़ाने पर दोनों ट्रेनों को बिना कोच बदले ही तेज गति से चलाया जा सकता है। नये कोच में बर्थ की संख्या अधिक है, कोच लगते ही सौ वेटिंग वाले को कंफर्म बर्थ मिल जाएगा।