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मुरादाबाद में पेशी पर ऐश करता दिखा मर्डर का मुल्जिम, मोबाइल पर खुलेआम की बातचीत

ल में रहकर यदि कुख्यात मोबाइल पर रंगदारी मांगे तो कोई अचरज की बात नहीं है। क्योंकि, जेल से पेशी पर आने वाले कुख्यात को पुलिस ही मोबाइल पर बात कराने की इजाजत देती हैं।

By RashidEdited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 05:01 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 05:01 PM (IST)
मुरादाबाद में पेशी पर ऐश करता दिखा मर्डर का मुल्जिम, मोबाइल पर खुलेआम की बातचीत
मुरादाबाद में पेशी पर ऐश करता दिखा मर्डर का मुल्जिम, मोबाइल पर खुलेआम की बातचीत

मुरादाबाद (जेएनएन) : जेल में रहकर यदि कुख्यात मोबाइल पर रंगदारी मांगे तो कोई अचरज की बात नहीं है। क्योंकि, जेल से पेशी पर आने वाले कुख्यात को पुलिस ही मोबाइल पर बात कराने की इजाजत देती हैं। सोमवार को कचहरी में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां पेशी पर लाए मर्डर के मुल्जिम को एकांत में ले जाकर पुलिसकर्मी ने छोड़ दिया। पत्नी के साथ आरोपित ने घंटों बातचीत ही नहीं की, बल्कि मोबाइल पर खुलेआम बातचीत भी करता नजर आ रहा है, जिसकी वीडियो भी वायरल हो गई है। 

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पुलिस सुरक्षा में ही दिखा ये नजारा 

यह मुल्जिम कुख्यात मेहराज है, जो 2001 में गलशहीद थाना क्षेत्र में हुए हत्याकांड का मुल्जिम हैं। हालांकि, उसे हत्या के मामले में जमानत मिल गई थी। पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस की पकड़ से दूर हो गया था, जिस पर कोर्ट ने उसकी गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी कर दिया। गलशहीद पुलिस ने आरोपित मेहराज को पकड़कर जेल भेज दिया। सोमवार को पुलिस लाइन से पुलिस सुरक्षा में मेहराज को जेल से कचहरी पर पेशी में लाया गया। पेशी होने के बाद मेहराज को एडीजी आठ की अदालत के बाहर सीढ़ी के पास पुलिस ने अकेला छोड़ दिया। 

हथकड़ी पर बांध दिया कपड़ा 

उसके हाथ में लगी हथकड़ी पर कपड़ा बांध दिया। करीब आधा घंटा तक मेहराज अपनी पत्नी के साथ बातचीत करता रहा। इतना ही नहीं मोबाइल पर भी उसने काफी लोगों से बातचीत की। मर्डर का मुल्जिम मेहराज पर गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा भी दर्ज है। ऐसे में भी पुलिस ने उसे अकेला छोड़ दिया। मौका-ए-वारदात की वीडियो पुलिसकर्मियों की लापरवाही को बयां कर रही है। 

पुलिसकर्मी लेते है दो हजार 

जेल से मुल्जिमों को पेशी पर लाकर पुलिसकर्मी ही मौज कराते हैं। पुलिस सूत्रों की माने तो इसके लिए पुलिसकर्मियों को एक से दो हजार तक की रकम दी जाती है। पुलिसकर्मियों को रेट तय है। बाजार में शॉपिंग करने जाओगे तो 25 सौ रुपये। पत्नी से बातचीत करोगे तो दो हजार रुपये और मोबाइल पर परिवार के लोगों से बातचीत करोगे तो 15 सौ रुपये वसूले जाते हैं।

कुख्यात को अकेला छोड़ कहां गए थे पुलिसकर्मी  

मर्डर के मुल्जिम मेहराज को अकेला छोड़कर पुलिसकर्मी कहां गए थे, कितने पुलिसकर्मियों की ड्यूटी सदर हवालात से मुल्जिम को पेशी कराने के लिए लगी हुई थी। मेहराज से बातचीत की गई तो उसका कहना था कि 2001 में मूवी देखकर आ रहा था। तभी उसे एक हत्याकांड में पुलिस ने जेल भेज दिया था। तब से बेगुनाह होकर भी गुनाहगार बना हुआ है। अपने परिचितों से फोन पर बातचीत करने और पत्नी से मिलने की इजाजत पुलिसकर्मियों से मांगी थी।

ये बोले अधिकारी 

एसएसपी जे रविन्दर गौड़ ने बताया कि कचहरी की वायरल वीडियो अभी तक नहीं मिल पाई है। मेहराज को पत्नी से मिलाने और मोबाइल पर बातचीत कराने का मामला संज्ञान में आया है। सीओ लाइन से मामले की जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ड्यूटी पर तैनात सिपाहियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पेशी बदमाशों को ले जाने वाले पुलिसकर्मियों की भी चेकिंग कराई जाएगी। 


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