स्मार्ट इलेक्टि्रक बसें आखिरकार मुरादाबाद में चल पड़ीं, पहली बार में 17 किलोमीटर का तय किया सफर
Moradabad Smart Electric Buses finally Started लोकार्पण के बाद इलेक्ट्रिक बस के थमे पहिए आखिरकार चल पड़े। पहली बार बस रामपुर दोराहेे से भटावली तक 17 किमी चली। बस में यात्री भी सवार थे। बस अपने निर्धारित स्टापेज पर ही रुकी।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Smart Electric Buses finally Started : इलेक्ट्रिक बस के लोकार्पण के बाद थमे पहिए आखिरकार रविवार को ट्रायल के तौर पर चल पड़े। लोकार्पण के बाद पहली बार रामपुर दोराहा से भटावली तक 17 किमी इलेक्ट्रिक बस चली। बस में यात्री भी सवार थे। जिससे लोगों में एक उम्मीद की किरण नजर आई। चार जनवरी को चार बसों का लोकार्पण जिला पंचायत भवन में किया गया था।
इसके बाद एक महीने का ट्रायल शुरू होना था। लेकिन, ट्रायल दस दिन बाद भी शुरू नहीं होने के कारण दैनिक जागरण ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया। दैनिक जागरण में 13, 14 और 15 जनवरी के अंक में लगातार इलेक्ट्रिक बसों के संचालन पर प्रश्न उठाए तो सिटी ट्रांसपोर्टेशन कंपनी में अलग-अलग जिम्मेदारी निभाने वाले विभाग एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराने लगे। स्मार्ट सिटी के तहत चलने वाली इन बसों का संचालन ठप होने से किरकिरी हुई तो रविवार को एक बस को ट्रायल के तौर पर चलाया गया। यह बस अपने निर्धारित स्टापेज पर रुकी।
बस को देखकर लोगों की नजरें घूम गईं। पीलीकोठी, पीएसी तक आधी सीटें भरी थीं लेकिन, हरथला में तीन से चार यात्री ही सवार नजर आए। दरअसल स्मार्ट सिटी के तहत पीएमआइ कंपनी को इलेक्ट्रिक बस डिपो में चार्जिंग प्वाइंट लगाने थे। लेकिन, यह चार्जिंग प्वाइंट नहीं लगने से स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसें भी नहीं चलीं। वहीं पीएमआइ अभी कंडक्टर भी उपलब्ध नहीं करा पाई है।
पीएमआइ ने नहीं उपलब्ध नहीं कराए कंडक्टरः स्मार्ट सिटी योजना में अनुबंध के तहत पीएमआइ कंपनी को कंडक्टर उपलब्ध कराने हैं। लेकिन, वह अभी तक कंडक्टर उपलब्ध नहीं करा पाई है। जिससे रोडवेज ने अपने कंडक्टर के सहारे इलेक्ट्रिक बस चलाई। यही नहीं अभी तक बिजली विभाग ने भी ट्रांसफार्मर लगाने के बाद कनेक्शन नहीं किया है। जिससे बसों के चार्जिंग नहीं हो पाएंगी। कंपनी से ही इलेक्ट्रिक बस चार्ज होकर ट्रेलर पर गुणगांव से आई थीं।
जिससे यह बसें अभी चार्ज होने के कारण ट्रायल के तौर केवल 120 किमी तक चल सकती है। इसी के तहत रविवार को यह बस चली। अगर बिजली कनेक्शन नहीं हुए तो पांच बसें एक-एक करके रोज चलाई जा सकती हैं और चार्जिंग खत्म की स्थिति में डिपो में खड़ी हो जाएंगी।
एआरएम शिव बालक ने बताया कि ट्रायल के तौर पर रविवार को एक बस को चलाया गया है। बिजली विभाग ने शीघ्र कनेक्शन करने का आश्वासन दिया है। अभी जितनी बसें हैं, वह पहले से कंपनी से ही चार्ज आई थीं। इसलिए अभी ट्रायल के तौर पर चलाया है। पीएमआइ ने कंडक्टर भी उपलब्ध नहीं कराए। रोडवेज ने अपने कंडक्टर लगाकर सिटी बस चलाकर ट्रायल लिया है।